जम्मू। हंदवाड़ा में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने लश्कर के कश्मीर के चीफ कमांडर हैदर को ठिकाने लगा दिया है। हैदर पाकिस्तान का रहने वाला था। इसके अलावा दो और आतंकी भी मारे गए हैं। आईजी कश्मीर विजय कुमार ने इसकी पुष्टि की है।
इस मुठभेड़ में सेना के एक कर्नल रैंक तथा मेजर रैंक के अधिकारी समेत 5 जवान उस समय शहीद हो गए जब वे उस मकान में धोखे से फंस गए थे जहां आतंकी छुपे हुए थे। दोपहर बाद मुठभेड़स्थल पर भीड़ एकत्र हो गई थी और वहां हुए एक धमाके में 8 नागरिक गंभीर रूप से जख्मी हो गए।
अधिकारियों ने रविवार को बताया कि हंदवाड़ा के छंज मुल्ला इलाके में हुई मुठभेड़ में 3 आतंकवादी भी मारे गए। यह इलाका उत्तर कश्मीर के कुपवाड़ा जिले का हिस्सा है। मारे गए आतंकियों में लश्करे तौयबा का कश्मीर का कमांडर इन चीफ हैदर भी शामिल था जो पाकिस्तानी नागरिक था।
इस मुठभेड़ में पांच अधिकारियों ने शहादत भी पाई है। शहादत पाने वालों में 21 राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल आशुतोष शर्मा, इसी बटालियन के मेजर अनुज सूद, नायक राजेश, लांस नायक दिनेश तथा जम्मू कश्मीर पुलिस के सब इंस्पेक्टर शकील काजी भी शामिल थे।
अधिकारियों ने बताया कि सेना के अधिकारी आतंकवादियों द्वारा बंधक बनाए गए नागरिकों को बचाने जा रही टीम का नेतृत्व कर रहे थे। फिलहाल फायरिंग रूक गई है, सुरक्षाबलों ने इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रखा है। पूरे इलाके को सील कर दिया गया है। गाड़ियों की मूवमेंट पर रोक लगा दी है।
यह मुठभेड़ हंदवाड़ा के छंजमुला गांव में चल रही थी । संबंधित अधिकारियों ने बताया कि लश्कर के आतंकियों का एक दल बीते कुछ दिनों से राजवार के जंगलों में देखा जा रहा था। इनमें लश्कर का नामी डिवीजनल कमांडर हैदर भी बताया जा रहा है। सूत्रों की मानें तो हैदर एलओसी पार से आने वाले आतंकियों के एक नए दस्ते को लेने अपने साथियों संग आया था। हालांकि सुरक्षा एजेंसियों ने इस तथ्य की पुष्टि नहीं की है।
यह मुठभेड़ शनिवार शाम से चल रही थी। देर रात मुठभेड़ में सेना के दो अफसरों समेत सुरक्षा बलों के पांच जवान लापता हो गए थे। इनका टीम से संपर्क कट गया था।
आपको बता दें कि कुपवाड़ा में तलाशी अभियान के 20 घंटे बाद आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच शनिवार को दोपहर बाद मुठभेड़ शुरू हुई। इससे पहले करीब दो बार आतंकी जंगल क्षेत्र की ओर भाग खड़े हुए थे। पुलिस के अनुसार हंदवाड़ा के छंज मुल्ला में शनिवार को दोपहर बाद मुठभेड़ शुरू हुई। आतंकी घटनास्थल से फरार न हो जाएं, इसके लिए सुरक्षाबलों ने इलाके को घेर लिया। रिहायशी इलाका होने के चलते सुरक्षाबल एहतियात के साथ कार्रवाई कर रहे थे।