एनआईए के अनुसार, उसने पूछताछ के दौरान एजेंसी से कहा कि वह इस साल मार्च में लश्कर के पांच अन्य सदस्यों के साथ सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए हथियारों के साथ भारत में घुसा था लेकिन उसके द्वारा हमला करने से पहले ही उनकी सुरक्षा बलों से मुठभेड़ हो गई जिसमें उसकी टीम के सदस्य मारे गए। लेकिन वह मुठभेड़ स्थल से फरार होने में कामयाब रहा।