Weather Updates: लौटता हुआ मानसून (monsoon) अपने नित नए रंग दिखा रहा है। अभी भी देशभर 8 राज्यों में भारी बारिश (Heavy rains) का कहर जारी है। दूसरी ओर गुजरात में तेज तूफान के कारण करीब 300 पेड़ गिर गए तथा मुंबई में बारिशजनित हादसों में 6 लोगों की मौत हो गई। दक्षिण-पश्चिम मानसून (southwest monsoon) की विदाई में देरी की वजह से इस बार इसकी वापसी 10-12 अक्टूबर तक होने के आसार हैं। मुंबई में कई उड़ानों को डायवर्ट करना पड़ा है।
महाराष्ट्र, गुजरात समेत देश के 8 राज्यों के कई हिस्से भारी बारिश से बेहाल रहे। गुजरात में पिछले 24 घंटों के दौरान कई जिलों में भारी से बेहद बारिश दर्ज की गई, वहीं 110 किलोमीटर की रफ्तार से चलीं हवाओं के कारण 300 से ज्यादा पेड़ उखड़ गए और कई जगह बिजली के खंभे भी गिर गए। उधर वाणिज्यक राजधानी मुंबई में बारिश से जुड़ी घटनाओं के कारण 6 लोगों की जान चली गई। महाराष्ट्र में मौसम इतना खराब रहा है कि पुणे में प्रस्तावित प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रम को ही रद्द करना पड़ा।ALSO READ: मुंबई को आज भी सता रहा है भारी बारिश का डर, IMD के अलर्ट के बाद स्कूल बंद
उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश : देहरादून से मिले समाचारों के अनुसार उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों में बुधवार को पूरी रात भारी बारिश हुई जिससे टिहरी के बूढ़ा केदार क्षेत्र में धर्मगंगा सहित अनेक नदियों का जल स्तर बढ़ गया। बूढ़ा केदार क्षेत्र में इस साल जुलाई में भी बादल फटने और बाढ़ आने से काफी नुकसान हुआ था और अब वहां देर रात से हो रही बारिश के कारण उफान पर आई धर्मगंगा ने वहां चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों को तहस-नहस कर दिया।
घनसाली की उपजिलाधिकारी अपूर्वा सिंह ने बताया कि जुलाई आपदा के बाद धर्मगंगा के तट पर शुरू किए गए मरम्मत और पुनर्निर्माण कार्यों को उसके उफान पर आने के कारण काफी नुकसान पहुंचा है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार देहरादून, नैनीताल, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, रुद्रप्रयाग, पौड़ी और उत्तरकाशी जिलों के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई।
पिछले 24 घंटों में देहरादून जिले के मसूरी और कालसी क्षेत्र में 160 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई जबकि विकासनगर में 120 मिमी और देहरादून में 81.5 मिमी बारिश हुई। नैनीताल में 84 मिमी बारिश दर्ज की गई। पिथौरागढ़ में काली नदी 890 मीटर के अपने खतरे के निशान से करीब 2 मीटर नीचे 888.60 मीटर पर बह रही है।ALSO READ: Weather Updates: मुंबई से कोलकाता तक कई शहरों में भारी बारिश का अलर्ट, जानिए आज कैसा रहेगा मौसम?
पश्चिम बंगाल में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित : पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में भारी बारिश के कारण सामान्य जनजीवन आंशिक रूप से प्रभावित हो गया। मौसम विभाग ने गुरुवार को राज्य के कुछ जिलों में शुक्रवार तक भारी बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है। मौसम विभाग ने अगले 3 दिन पश्चिम बंगाल के ज्यादातर हिस्सों में बारिश होने की और उसके बाद 4 दिनों तक छिटपुट से लेकर भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है।
मौसम विभाग ने दार्जीलिंग, कलिमपोंग, अलीपुरद्वार, जलपाईगुड़ी और कूचबिहार जिलों में 1-2 स्थानों पर शुक्रवार की सुबह तक बहुत भारी बारिश से मूसलधार बारिश होने की चेतावनी दी है। विभाग ने बताया कि कोलकाता सहित दक्षिण बंगाल के सभी जिलों में शुक्रवार की सुबह तक भारी बारिश होने की संभावना है।ALSO READ: राजस्थान से मानसून की वापसी, यूपी में बारिश पर ब्रेक, कैसा रहेगा MP का मौसम
गुजरात में तमिलनाडु से तीर्थयात्रियों को ला रहा वाहन बाढ़ग्रस्त मार्ग पर फंसा : गुजरात के भावनगर जिले में गुरुवार को एक नदी के बाढ़ग्रस्त पुल पर तमिलनाडु के तीर्थयात्रियों का वाहन फंस गया। वाहन में 55 यात्री सवार थे और उन्हें बचाने के लिए अभियान शुरू किया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। भावनगर आपदा प्रबंधन प्रभाग के उप मामलतदार सतीश जंबुचा ने बताया कि बस में सवार तीर्थयात्रियों को बचावकर्मियों ने सुरक्षित रूप से ट्रक में स्थानांतरित कर दिया लेकिन ट्रक भी बाढ़ग्रस्त मार्ग पर फंस गया।
जंबुचा ने कहा कि यह घटना उस समय हुई, जब तमिलनाडु के 55 तीर्थयात्रियों को लेकर जा रही बस भावनगर तालुका के कोलियाक गांव के निकट एक पुल को पार करने की कोशिश कर रही थी। तीर्थयात्री गांव के निकट निष्कलंक महादेव मंदिर में दर्शन करने के बाद भावनगर शहर की ओर जा रहे थे।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र में भारी बारिश के बाद पुल पर पानी भर गया। बस के फंसने के बाद बचाव अभियान शुरू किया गया। बचावकर्मी एक ट्रक में सवार होकर घटनास्थल पर पहुंचे और बस की खिड़की के माध्यम से तीर्थयात्रियों को वाहन में पहुंचाया। लेकिन ट्रक भी फंस गया। उन्होंने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है और ट्रक के अंदर सभी तीर्थयात्री सुरक्षित हैं।ALSO READ: बंगाल की खाड़ी में नया सिस्टम, मध्यभारत में सक्रिय मानसून, कई राज्यों में मूसलधार बारिश
स्काईमेट वेदर (Skymet Weather) के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी की रेखा फिरोजपुर, सिरसा, चूरू, अजमेर, माउंट आबू, डीसा, सुरेन्द्रनगर, जूनागढ़ और अक्षांश 21 डिग्री उत्तर और देशांतर 70 डिग्री पूर्व से होकर गुजर रही है। निम्न दबाव का क्षेत्र विदर्भ और आसपास के इलाकों पर बना हुआ है। संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक फैला हुआ है।
पिछले 24 घंटों की मौसमी हलचल : पिछले 24 घंटों के दौरान महाराष्ट्र के उत्तरी तट पर भारी से बहुत भारी बारिश हुई जिसमें मुंबई भी शामिल है। ओडिशा, दक्षिण पश्चिम मध्यप्रदेश, दक्षिण गुजरात, तेलंगाना के कुछ हिस्सों, रायलसीमा और तमिलनाडु के उत्तरी तट पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई।
पूर्वोत्तर भारत, बिहार, झारखंड, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, आंध्रप्रदेश, तटीय कर्नाटक, केरल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश हुई। पूर्वी राजस्थान और आंतरिक कर्नाटक में हल्की बारिश हुई।
आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (Skymet Weather) के अनुसार आज शुक्रवार, 27 सितंबर को महाराष्ट्र के उत्तरी तट, उत्तरी मध्य महाराष्ट्र, दक्षिणी गुजरात, बिहार और उपहिमालयी पश्चिम बंगाल में मध्यम से भारी बारिश संभव है। सिक्किम, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों और उत्तरप्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
पूर्वोत्तर भारत, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, तटीय कर्नाटक, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, पंजाब के कुछ हिस्सों, उत्तरी हरियाणा, पूर्वी राजस्थान और तमिलनाडु में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। जम्मू-कश्मीर, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख, दिल्ली, पश्चिम गुजरात, केरल और लक्षद्वीप में हल्की बारिश संभव है।(एजेंसियां)(Photo courtesy: IMD)