Weather Updates: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले 2 से 3 दिनों तक 17 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। बारिश के खतरे को देखते हुए गुजरात के कच्छ जिले के तटीय इलाकों को खाली करा लिया गया है। मौसम विभाग (IMD) ने चक्रवाती तूफान असना के बारे में कहा कि अरब सागर पर बना गहरे दबाव के कारण गुजरात में भारी बारिश हो रही है। असना के अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वोत्तर अरब सागर से पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने और भारतीय तट से दूर जाने की संभावना है।
गुजरात के गांवों में अब भी भरा है लबालब पानी : अहमदाबाद से मिले समाचारों के अनुसार गुजरात के अधिकांश भागों में शुक्रवार को बारिश में कमी आई लेकिन नदियों के उफान पर होने के कारण विभिन्न कस्बों और गांवों में अब भी लबालब पानी भरा हुआ है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। राज्य आपात अभियान केंद्र (एसईओसी) के अनुसार राज्य के केवल 4 स्थानों पर सुबह 6 से दोपहर 2 बजे के बीच 15 से 26 मिलीमीटर के बीच बारिश हुई जबकि अन्य हिस्सों में इस दौरान हल्की बूंदाबांदी हुई। ALSO READ: Gujarat Rain : भारी बारिश के बाद अमित शाह ने किया गांधीनगर का दौरा, गांवों में अब भी भरा है लबालब पानी
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने आगाह किया है कि कच्छ क्षेत्र पर बना गहन दबाव क्षेत्र चक्रवाती तूफान में बदल सकता है। एसईओसी के अनुसार इस मौसमी प्रणाली की वजह से राज्य में सुबह 6 से दोपहर 2 बजे के बीच कच्छ जिले की मुंद्रा तालुका में सबसे अधिक 26 मिलीमीटर बारिश हुई। इसके अलावा गिर सोमनाथ के वेरावल में 18 मिलीमीटर, देवभूमि द्वारका में 16 मिलमीटर, बनासकांठा के दंतीवाड़ा में 15 मिलीमीटर, कच्छ जिले के अंजार तालुका में 15 मिलीमीटर बारिश दर्ज की।
दिल्ली में अगस्त में 2010 के बाद सबसे अधिक बारिश दर्ज : राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में अगस्त के दौरान 2010 के बाद से इस महीने में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई, जबकि औसत से कम तापमान दर्ज किया गया। दिल्ली के प्राथमिक मौसम केंद्र सफदरजंग स्थित वेधशाला ने अगस्त में शुक्रवार शाम तक 390.3 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की, जो अगस्त 2012 में दर्ज 378.8 मिमी वर्षा से अधिक है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि पिछले 15 वर्षों में दिल्ली में सबसे अधिक वर्षा 2010 में 455.1 मिमी दर्ज की गई थी।
आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार अगस्त में अब तक की सर्वाधिक वर्षा का रिकॉर्ड 1961 में 583.3 मिमी दर्ज किया गया था। गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी में अधिकतम तापमान सामान्य से 6 डिग्री कम 28.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो 4 वर्षों में अगस्त के किसी दिन का सबसे कम तापमान था।
पूरे महीने हुई वर्षा के कारण औसत मासिक अधिकतम और न्यूनतम तापमान दोनों सामान्य से नीचे रहे। आंकड़ों के अनुसार अगस्त में अब तक दिल्ली का औसत अधिकतम तापमान 34.1 डिग्री सेल्सियस रहा है, जो 2013 में दर्ज 33.6 डिग्री के बाद सबसे कम है। इस बीच दिल्ली में शुक्रवार को अधिकतम तापमान सामान्य से 1 डिग्री अधिक 35 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। ALSO READ: बाढ़ग्रस्त गुजरात को राहत, ओमान की ओर बढ़ा असना चक्रवात
राजस्थान में मानसून कमजोर पड़ा, गंगानगर व सिरोही जिले में कई जगह बारिश : जयपुर से मिले समाचारों के अनुसार राजस्थान में मानसून पिछले कुछ दिनों में कमजोर हुआ है, जहां बीते 24 घंटे में सिरोही व गंगानगर सहित कई जिलों में मध्यम दर्जे की बारिश हुई।
मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार शुक्रवार को सुबह 8.30 बजे तक बीते 24 घंटों में पश्चिमी राजस्थान में कहीं कहीं पर तथा पूर्वी राजस्थान में कुछ स्थानों पर बादलों की गरज के साथ वर्षा हुई। इस दौरान सबसे अधिक 48 मिलीमीटर बारिश हनुमानगढ़ के ढाबां में और 44.4 मिलीमीटर बारिश माउंट आबू में हुई।
अलवर, बाड़मेर, उदयपुर और डूंगरपुर जिले में कई जगह बारिश हुई। इस दौरान सर्वाधिक 35.6 डिग्री सेल्सियस तापमान फलौदी में दर्ज किया गया। मौसम केंद्र के अनुसार मानसून अगले सप्ताह फिर जोर पकड़ सकता है।
अधिकारियों ने कहा कि कच्छ जिले के मांडवी कस्बे के विभिन्न भागों और भुज, अंजार व नखटराना कस्बों में जलभराव की समस्या रही। नगर निगम के अधिकारियों ने एक विज्ञप्ति में कहा कि वडोदरा शहर में अब स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है, जहां विश्वामित्री नदी के उफान पर होने के कारण बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई थी।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि खतरे के निशान से 37 फुट से ऊपर बहने वाली नदी शुक्रवार को 23.16 फुट पर थी और सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए गए 6,073 लोगों में से 1,610 अपने घरों को लौट चुके हैं। अधिकारियों ने बुधवार को कहा था कि इस सप्ताह की शुरुआत में राज्य में बारिश से संबंधित घटनाओं में 26 लोंगों की मौत हो गई थी।
स्काईमेट वेदर (Skymet Weather) के अनुसार कच्छ और सौराष्ट्र के आस-पास के इलाकों में बना गहरा दबाव क्षेत्र पश्चिम दक्षिण-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ गया है और 31 अगस्त, 2024 को 5:30 बजे यह कच्छ तट और पाकिस्तान के आस-पास के इलाकों और पूर्वोत्तर अरब सागर के ऊपर अक्षांश 23.5 डिग्री उत्तर और देशांतर 68.4 डिग्री पूर्व के पास है। इसके पश्चिम दिशा में बढ़ने और कच्छ और आस-पास के पाकिस्तान तट के पास पूर्वोत्तर अरब सागर में उभरने और 31 अगस्त की शाम तक एक चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है। इसके बाद यह अगले 2 दिनों के दौरान भारतीय तट से दूर पूर्वोत्तर अरब सागर के ऊपर पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ना जारी रखेगा।
निम्न दबाव का क्षेत्र अब 31 अगस्त, 2024 को 5.30 बजे IST पर उत्तरी आंध्रप्रदेश और दक्षिण ओडिशा तट के पास पश्चिम मध्य और आसपास के उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर है। इसके पश्चिमी उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ने और अगले 12 घंटों के दौरान उसी क्षेत्र में और अधिक स्पष्ट होने की संभावना है। इसके बाद अगले 36 घंटों के दौरान उत्तरी आंध्रप्रदेश और दक्षिणी ओडिशा के ऊपर एक डिप्रेशन के रूप में तीव्र होने की संभावना है।
मानसून ट्रफ अब कच्छ, सौराष्ट्र, उज्जैन, मंडला, बिलासपुर और चांदबली से गुजरते हुए दक्षिण-पूर्व दिशा में बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव वाले क्षेत्र में प्रवेश कर रही है। समुद्र तल पर अपतटीय ट्रफ दक्षिण गुजरात से उत्तरी केरल तट तक बनी हुई है। पश्चिमी विक्षोभ मध्य क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक ट्रफ के रूप में बना हुआ है जिसकी धुरी समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर लगभग 67 डिग्री पूर्व देशांतर से 30 डिग्री उत्तरी अक्षांश के उत्तर में बनी हुई है।
पिछले 24 घंटों की मौसमी हलचल : पिछले 24 घंटों के दौरान गुजरात और केरल के पश्चिमी भागों में भारी बारिश हुई। दक्षिण राजस्थान, दक्षिण-पूर्वी मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, तटीय आंध्रप्रदेश और ओडिशा के दक्षिणी तट पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई।
लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तमिलनाडु, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तटीय कर्नाटक, तटीय आंध्रप्रदेश, तेलंगाना के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़, गुजरात, पश्चिम बंगाल, पूर्वी बिहार, दिल्ली, हरियाणा के कुछ हिस्सों, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, कोंकण, गोवा और उत्तर-पश्चिमी उत्तरप्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश हुई। बिहार, झारखंड, ओडिशा, राजस्थान, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, विदर्भ और मराठवाड़ा में हल्की बारिश हुई।
आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (Skymet Weather) के अनुसार आज शनिवार, 31 अगस्त को दक्षिण कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक, केरल, आंध्रप्रदेश, दक्षिण ओडिशा, तेलंगाना, विदर्भ, दक्षिण छत्तीसगढ़, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पूर्वी राजस्थान, गुजरात के कुछ हिस्सों, मराठवाड़ा, कोंकण और गोवा, आंतरिक कर्नाटक, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। सिक्किम, उपहिमालयी पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, उत्तरप्रदेश, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी राजस्थान और मध्य महाराष्ट्र में हल्की बारिश संभव है।(Photo courtesy: IMD)