Weather Updates: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार उत्तराखंड (Uttarakhand) सहित अनेक पहाड़ी इलाकों में बादल फटने से भारी तबाही मच गई है। बारिश ने पहाड़ों में कहर बरपा दिया है। उत्तरकाशी (Uttarkashi) में बादल फटने की घटना सामने आई है तो वहीं उत्तराखंड के कई इलाकों में भारी बारिश का दौर जारी है। उत्तर से लेकर दक्षिण भारत तक मानसून (Monsoon) का प्रकोप जारी है। उत्तराखंड के अलावा हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और उत्तरप्रदेश सहित कई राज्यों में बाढ़ की स्थिति है। दूसरी ओर दिल्ली-NCR में गर्मी और उमस से लोग परेशान हैं। इस बीच मौसम विभाग (IMD) ने आज भी कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
उत्तराखंड में लगातार बारिश के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त : देहरादून से मिले समाचारों के अनुसार उत्तराखंड में विभिन्न स्थानों पर पिछले 48 घंटों से रुक-रुककर लगातार बारिश होने से गंगा, यमुना सहित सभी नदी-नाले उफान पर आ गए और भूस्खलन से सड़कें बाधित हो गईं जिससे सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में प्रदेश के 13 में से 11 जिलों में भारी बारिश का पूर्वानुमान व्यक्त करते हुए जलभराव होने तथा बाढ़ का खतरा पैदा होने की चेतावनी जारी की है। बारिश के अलर्ट को देखते हुए प्रदेश के ज्यादातर जिलों में मंगलवार को स्कूल बंद रखे गए।ALSO READ: उत्तराखंड में लैंडस्लाइड से पटरी पर गिरा बड़ा पत्थर, इन ट्रेनों पर पड़ा असर
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार पिछले 24 घंटों में प्रदेश में कई स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की गई। नरेंद्रनगर में 172.5 मिमी, देहरादून में 132, कोटद्वार में 122, रोशनाबाद में 95 मिमी, लक्सर में 85, ऋषिकेश में 81.8 मिमी, काशीपुर में 70 और भगवानपुर में 58 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
हरिद्वार में बारिश के कारण हर की पौड़ी के पास भीमगोडा रोड पर पहाड़ी से भूस्खलन होने से भारी मात्रा में मलबा आ गया है जिससे हर की पौड़ी मार्ग बाधित हो गया। प्रदेश में 5 राष्ट्रीय राजमार्ग और 7 राज्य राजमार्गों सहित कुल 163 सड़कें भूस्खलन होने के कारण यातायात के लिए बंद हो गई हैं। उत्तरकाशी जिले में स्याणाचट्टी के पास ऋषिकेश-यमुनोत्री राजमार्ग का 25 मीटर हिस्सा भूधंसाव के कारण पिछले 2 दिनों से बाधित है जबकि नैनीताल-हल्द्वानी राष्ट्रीय राजमार्ग बल्दियाखान के पास मलबे से अवरुद्ध है। बैजनाथ-खरसाली राष्ट्रीय राजमार्ग बागेश्वर जिले में रामगंगा पुल के समीप मलबा आने से बाधित है।
लगातार बारिश से प्रदेश में गंगा, यमुना सहित सभी नदियां और नाले उफान पर हैं तथा प्रशासन ने फिलहाल लोगों से उनके किनारों से दूर रहने की अपील जारी की हैं। इन क्षेत्रों में पुलिसकर्मी लगातार गश्त पर हैं। हरिद्वार में गंगा नदी का जलस्तर चेतावनी स्तर को पार कर गया जिसके बाद जिला प्रशासन ने तटवर्ती इलाकों में बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया है। उत्तरप्रदेश सिंचाई विभाग के एसडीओ भारत भूषण के अनुसार गंगा चेतावनी स्तर 293 मीटर से करीब 10 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। हरिद्वार में खतरे का निशान 294 मीटर है।ALSO READ: Uttarkashi Cloud Burst : उत्तराखंड में बादल फटने से तबाही, 4 लोगों की मौत, 130 को बचाया गया
हरिद्वार शहर में लगातार बारिश होने से अनेक स्थानों पर 1 से 2 फुट का जलभराव हो गया है जिससे लोगों को आने-जाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। भारी बारिश को देखते हुए मंगलवार को प्रदेश में देहरादून, चंपावत, टिहरी, पौडी, पिथौरागढ़, बागेश्वर, नैनीताल, उधमसिंह नगर और हरिद्वार जिलों में कक्षा 1 से 12 तक के स्कूल बंद रखे गए।
मौसम विभाग द्वारा जारी ताजा पूर्वानुमान में अगले 24 घंटों में प्रदेश के अल्मोड़ा, चमोली, देहरादून, बागेश्वर, रुद्रप्रयाग, नैनीताल, पिथौरागढ़, पौड़ी, टिहरी, उत्तरकाशी और चंपावत जिलों के कुछ स्थानों में भारी बारिश होने तथा उसके कारण जलभराव की स्थिति या बाढ़ के खतरे की आशंका व्यक्त की गई है। इसे देखते हुए राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र द्वारा सभी जिलाधिकारियों को सतर्कता बरतने तथा 24 घंटे अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं।
दिल्ली-NCR में गर्मी और उमस से लोग परेशान : गर्मी और उमस से दिल्ली-एनसीआर के लोग परेशान हैं। पिछले 3-4 दिनों से लोगों को तेज बारिश का इंतजार है, लेकिन बारिश का नामोनिशान तक नहीं है। इस बीच मौसम विभाग ने राष्ट्रीय राजधानी में 6 से 8 अगस्त तक गरज के साथ हल्की बारिश की संभावना जताई है। मौसम विभाग ने तापमान में भी गिरावट दर्ज करने में संभावना व्यक्त की है।
उत्तरप्रदेश में प्रयागराज में कई लोगों के घर पानी में डूबे : उत्तरप्रदेश में बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। सड़कों पर पानी भरने से लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रदेश के कई जिलों में नदियां उफान पर हैं। प्रयागराज में तो कई लागों के घर पानी में डूब गए हैं। हालांकि बारिश से लोगों को उमस से राहत जरूर मिल गई है। मौसम विभाग का कहना है कि 6 अगस्त के बाद से प्रदेश में भारी बारिश की संभावना नहीं है और फिर से गर्मी व उमस बढ़ने लगेगी।ALSO READ: big disasters of uttarakhand : उत्तराखंड की 5 बड़ी प्राकृतिक आपदाएं, जिनमें गई हजारों लोगों की जान
उत्तराखंड में ऑरेंज अलर्ट जारी : उत्तराखंड में भीषण बारिश का दौर जारी है। इस बीच लैंडस्लाइड की घटनाएं भी सामने आ रही हैं। पिछले 2-3 दिनों से झमाझम बारिश हो रही है। पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन की घटनाओं ने लोगों को डरा दिया है, वहीं मैदानी जिलों में नदियां उफान पर हैं। इस बीच मौसम विभाग ने आज उत्तरकाशी सहित 6 जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। राज्य की राजधानी देहरादून में भी बारिश को लेकर अलर्ट है। हालांकि आज से इस बारिश से कुछ राहत मिलने की उम्मीद मौसम विभाग ने जताई है।
अरुणाचल में भारी बारिश को लेकर अगले 5 दिनों के लिए अलर्ट जारी : इटानगर से मिले समाचारों के अनुसार अरुणाचल प्रदेश में मानसून के गति पकड़ने के साथ राज्य में व्यापक बारिश और आंधी-तूफान के नए दौर को लेकर मौसम विभाग ने आगामी 5 दिनों के लिए मौसम संबंधी अलर्ट जारी किए हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) द्वारा मंगलवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार पूर्वी कामेंग, नामसाई, लोहित और पापुम पारे सहित कई जिलों के लिए 'येलो अलर्ट' जारी किया गया है जिसमें निवासियों को भारी बारिश और आंधी-तूफान के लिए तैयार रहने की सलाह दी गई है।ALSO READ: Uttarakhand Cloudburst : उत्तराखंड के धराली में बादल फटा, हर्षिल आर्मी कैंप तबाह, कई जवानों के लापता होने की आशंका
पूर्वी कामेंग में ओलावृष्टि की भी संभावना है जबकि पश्चिमी कामेंग और ऊपरी सुबनसिरी में भारी बारिश का अनुमान है। सियांग, कुरुंग कुमे और तवांग सहित अधिकांश जिलों में छिटपुट बारिश और आंधी-तूफान की संभावना है जबकि नामसाई, पश्चिम सियांग और पूर्वी कामेंग में व्यापक वर्षा का अनुमान है।
मौसमी गतिविधियां आने वाले दिनों में इसी प्रकार बनी रहने की संभावना है जिसकी तीव्रता में उतार-चढ़ाव हो सकता है। बुधवार को कई जिलों में आंधी-तूफान और मध्यम से भारी वर्षा की आशंका के कारण येलो अलर्ट जारी रहेगा। 7 अगस्त तक राज्य के पूर्वी हिस्सों में मौसम की स्थिति के और अधिक गंभीर होने का पूर्वानुमान है। चांगलांग और लोंगडिंग जिलों को लेकर 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया गया है, जो भारी वर्षा के साथ गरज-चमक वाले तूफानों की संभावना को दर्शाता है।
8 अगस्त के लिए भी अलर्ट का स्तर उच्च रहेगा, विशेष रूप से पश्चिमी और दक्षिण-पूर्वी जिलों जैसे वेस्ट कामेंग, पापुम पारे और लोहित में, जहां भारी से बेहद भारी बारिश की संभावना है। 9 अगस्त को यह प्रणाली थोड़ा पूर्व की ओर स्थानांतरित हो जाएगी तथा चांगलांग, नामसाई और लोंगडिंग सहित मध्य और पूर्वी इलाकों में लगातार वर्षा होने की संभावना है। प्रशासन ने संवेदनशील क्षेत्रों में रहने वाले लोगों से सतर्क रहने मौसम संबंधी सूचनाओं पर नजर रखने और सुरक्षा संबंधी दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन करने की अपील की है।ALSO READ: देश में मानसून ने पकड़ी रफ्तार, दूसरे चरण में कितनी होगी बारिश, IMD ने जताया यह अनुमान
केरल में भारी बारिश के बाद नदियां उफान पर, 4 जिलों में 'रेड अलर्ट' जारी : तिरुवनंतपुरम से मिले समाचारों के अनुसार केरल में सोमवार एवं मंगलवार की दरमियानी रात हुई भारी बारिश के कारण सड़कों और निचले इलाकों में व्यापक जलभराव हो गया जिससे कई जिलों में नदियां और बांध उफान पर आ गए। मौसम विभाग ने 4 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी करते हुए बेहद भारी बारिश की चेतावनी दी है। एर्णाकुलम, त्रिशूर और पलक्कड़ के कुछ हिस्सों में लगातार बारिश के कारण सड़कों और घरों में पानी भर गया है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने इस तीव्र मौसम के लिए दक्षिणी केरल में चक्रवाती परिसंचरण और बंगाल की खाड़ी से तमिलनाडु तट तक फैली ऊपरी स्तर की प्रणालियों को जिम्मेदार ठहराया है। परिणामस्वरूप राज्य में अगले कुछ दिनों में भारी वर्षा और तेज हवाएं चलने की संभावना है। एर्णाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर और मलप्पुरम जिलों के लिए 24 घंटे में 20 सेंटीमीटर से अधिक अत्यधिक भारी बारिश का संकेत देते हुए 'रेड अलर्ट' जारी किया गया।
आईएमडी ने 3 अतिरिक्त जिलों में चेतावनी के स्तर को 'येलो' से बढ़ाकर 'ऑरेंज' कर दिया है जिससे ऑरेंज अलर्ट (11-20 सेमी बारिश) वाले जिलों की कुल संख्या 8 हो गई है। शेष 2 जिले 'येलो' अलर्ट (6-11 सेमी बारिश) के अंतर्गत हैं। पथनमथिट्टा, इडुक्की, त्रिशूर, पलक्कड़ और वायनाड में बिजली उत्पादन और सिंचाई के लिए उपयोग किए जाने वाले कई बांध वर्तमान में बढ़ते जल स्तर के कारण 'अलर्ट के तीसरे चरण' पर हैं। कोच्चि में एक निजी टैक्सी भारी बारिश के कारण जलमग्न सड़क से सटी एक खुली नहर में गिर गई। पुलिस ने बताया कि नेविगेशन ऐप इस्तेमाल कर रहा चालक नहर को देख नहीं पाया, क्योंकि सड़क पूरी तरह से पानी से भरी हुई थी।
मानसून ट्रफ इन शहरों की ओर : मानसून ट्रफ समुद्र तल पर अमृतसर, देहरादून, शाहजहांपुर, गोरखपुर, दरभंगा, कूचबिहार होते हुए पूर्वोत्तर दिशा में अरुणाचल प्रदेश की ओर जा रही है। एक चक्रवाती परिसंचरण उत्तर बांग्लादेश के ऊपर समुद्र तल से 4.5 से 7.6 किमी की ऊंचाई के बीच बना हुआ है। एक अन्य चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उत्तर तमिलनाडु तट के पास समुद्र तल से 1.5 से 7.6 किमी की ऊंचाई के बीच स्थित है।
एक पूर्व-पश्चिम ट्रफ रेखा लगभग 12° उत्तरी अक्षांश के साथ पूर्व-मध्य अरब सागर से दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, उत्तर आंतरिक तमिलनाडु होते हुए उत्तर तमिलनाडु तट के पास बने चक्रवाती परिसंचरण तक फैली हुई है। एक चक्रवाती परिसंचरण राजस्थान के मध्य भागों में सक्रिय है। एक अन्य चक्रवाती परिसंचरण असम के उत्तर-पूर्वी हिस्से में स्थित है।ALSO READ: Weather Update : राजस्थान में भारी बारिश का कहर, कई नदियां उफान पर, बांधों के गेट खोले
पिछले 24 घंटों की मौसमी हलचल : पिछले 24 घंटे के दौरान उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम उत्तरप्रदेश और लक्षद्वीप के कई हिस्सों में तेज बारिश दर्ज की गई। गंगा पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, केरल, आंतरिक कर्नाटक और पूर्वी उत्तरप्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई। पूर्वोत्तर भारत, पश्चिम बंगाल, बिहार, मध्यप्रदेश, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, तमिलनाडु और रायलसीमा में हल्की से मध्यम बारिश हुई। दिल्ली, पूर्वी राजस्थान, विदर्भ, छत्तीसगढ़, गुजरात क्षेत्र, ओडिशा, हरियाणा और पंजाब में हल्की बारिश दर्ज की गई। आंध्रप्रदेश, पश्चिम राजस्थान और मराठवाड़ा का मौसम लगभग शुष्क रहा।
आज बुधवार के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (skymetweather) के अनुसार आज बुधवार, 6 अगस्त को उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम उत्तरप्रदेश, केरल, लक्षद्वीप और पंजाब तथा हरियाणा के पूर्वी हिस्सों में कई स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। पूर्वोत्तर भारत, पश्चिम बंगाल, बिहार, पूर्वी उत्तरप्रदेश, उत्तर मध्यप्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र के कुछ हिस्से, आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु तथा कोंकण और गोवा में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। पूर्वी राजस्थान, गुजरात, छत्तीसगढ़, ओडिशा, आंध्रप्रदेश और जम्मू-कश्मीर में हल्की बारिश की संभावना है।(Photo courtesy: IMD)