Weather Updates: उत्तराखंड में भारी बारिश का रेड अलर्ट, जानें अन्य राज्यों में कैसा रहेगा मौसम

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

गुरुवार, 7 अगस्त 2025 (09:18 IST)
Weather Updates: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली में बादल फटने के बाद खीर गंगा नदी में अचानक आई बाढ़ से मची तबाही के मंजर ने 2013 की केदारनाथ आपदा की दर्दनाक यादें फिर से ताजा कर दीं। उत्तराखंड के धराली में बादल फटने के बाद आई तबाही ने सबकुछ लील लिया। उत्तराखंड में आज के लिए भी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। अगले कुछ घंटे भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका है। आईएमडी ने अन्य राज्यों में भी भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया है।
 
उत्तराखंड में कुछ दिनों से बारिश होने का सिलसिला जारी है। बारिश के कारण खासकर पहाड़ों वाले इलाकों हालात खराब है। मौसम विभाग ने ऑरेंज और येलो अलर्ट के जरिए लोगों को सतर्क किया है। बीते कुछ दिनों से उत्तराखंड में बारिश अपना रौद्र रूप दिखा रही है। मौसम विभाग ने आज गुरुवार, 7 अगस्त के लिए एक बार फिर बड़ी चेतावनी जारी की है। ALSO READ: बारिश के कारण किन्नौर कैलाश यात्रा स्थगित, 413 तीर्थयात्रियों को बचाया, 617 सड़कें अवरुद्ध
 
केदारनाथ यात्रा अस्थायी रूप से स्थगित : केदारनाथ यात्रा मंगलवार से अस्थायी रूप से स्थगित है। इस बीच जिला आपदा प्रबंधन ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए यात्रा को रोका गया है। केदारनाथ में मौजूद यात्रियों और स्थानीय लोगों को अगले 2 दिन तक पैदल मार्ग पर आवाजाही न करने की हिदायत दी गई है, वहीं चमोली जिले में बीते दिन फूलों की घाटी में भी एहतियातन बंद रही।
 
बद्रीनाथ का रास्ता खोला : चमोली में ज्योर्तिमठ से 1 किलोमीटर पहले जोगी धारा के पास चट्टान से भारी बोल्डर टूटकर हाईवे पर गिर गया जिससे बद्रीनाथ हाईवे बाधित हो गया। बोल्डर आने से हाईवे के दोनों और तीर्थ यात्री और स्थानीय लोग फंस गए थे। लगभग 20 घंटे के बाद रास्ता खुलने पर वाहनों की आवाजाही कराई गई और यात्रा पड़ावों पर रोके गए तीर्थ यात्राओं को रवाना किया गया। उधर उत्तरकाशी के धराली में जिंदगी में बचाने के लिए जंग जारी है।
 
आकाशीय बिजली गिरने से 1,626 लोगों की मौत : सरकार ने बुधवार को राज्यसभा को बताया कि इस साल अप्रैल से जुलाई के दौरान बारिश और आकाशीय बिजली गिरने से 1,626 लोगों की मौत हो गई। इस अवधि के दौरान जल-मौसम संबंधी आपदाओं के कारण 52,367 पशुओं की भी जान चली गई और 1,57,817.6 हैक्टेयर फसल क्षेत्र प्रभावित हुआ।ALSO READ: बारिश के बीच धराली में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, 150 को बचाया, मलबे में 50 की तलाश
 
हिमाचल प्रदेश में बारिश से 2 लोगों की मौत, 1196 को बचाया : शिमला से मिले समाचारों के अनुसार हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में भारी बारिश के कारण मार्ग क्षतिग्रस्त होने से किन्नौर कैलाश यात्रा पर गए 2 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई। इस घटना के बाद यात्रा स्थगित कर दी गई है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। उधर हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण मार्ग क्षतिग्रस्त होने से किन्नौर कैलाश यात्रा को स्थगित कर दिया गया और 413 फंसे हुए श्रद्धालुओं को बचाया गया है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि नदियों में पानी का प्रवाह बढ़ने के कारण तंगलिप्पी और कांगरंग में 2 अस्थायी पुल बह जाने के बाद श्रद्धालु फंस गए थे।
 
अधिकारियों ने बताया कि नदियों में तेज बहाव के कारण तंगलिप्पी और कंगारंग में 2 अस्थायी पुल बह गए थे और यात्रा स्थगित होने के बाद फंसे कुल 1,196 श्रद्धालुओं को मंगलवार से पुलिस, भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के दलों द्वारा बचाया गया।
 
किन्नौर जिले के उपायुक्त अमित कुमार शर्मा ने बुधवार को बताया कि इनमें से लगभग 230 लोगों को बिना किसी व्यवधान के पुरवानी के रास्ते वैकल्पिक कठिन मार्ग से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया जबकि बाकी लोगों को नदियों के ऊपर 'जिपलाइन' (रस्सियों) के माध्यम से बचाया गया। अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को 413 श्रद्धालुओं को बचाया गया जबकि बुधवार को 783 श्रद्धालुओं को बचाया गया।
 
एक अधिकारी ने बताया कि पश्चिम बंगाल से आए 1 तीर्थयात्री राजीव (45) का शव मंगलवार शाम पार्वती कुंड के पास मिला। वह एक समूह के साथ था, लेकिन पीछे छूट गया था और तलाशी अभियान के दौरान पुलिस टीम को मिला। उन्होंने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण स्पष्ट होगा। जिला उपायुक्त के मुताबिक 1 अन्य व्यक्ति वैकल्पिक मार्ग से यात्रा करते समय एक चट्टान से फिसलकर खाई में गिर गया था। उन्होंने बताया कि मौके पर मौजूद एनडीआरएफ की टीम ने शव को देखा है और उसे खाई से बाहर निकालने की कोशिश कर रही है।
 
भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) ने 'एक्स' पर बचाव कार्यों के वीडियो साझा किए जिनमें श्रद्धालु नदी के एक किनारे से दूसरे किनारे तक जिपलाइन के जरिए जाते देखे जा सकते हैं। किन्नौर जिला प्रशासन को पैदल मार्ग पर फंसे तीर्थयात्रियों के बारे में एक आपात सूचना मिली। अधिकारियों ने बताया कि इसकी प्रतिक्रिया में आईटीबीपी और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने बचाव अभियान शुरू किया।ALSO READ: Weather Updates: भारी बारिश से उत्तराखंड में तबाही, जानिए कैसा है अन्य राज्यों का मौसम?
 
किन्नौर जिला प्रशासन ने यात्रा मार्ग पर बारिश के कारण हुए भारी नुकसान के बाद किन्नौर कैलाश यात्रा स्थगित कर दी है। अधिकारियों ने बताया कि अधिकांश पैदल मार्ग या तो खतरनाक रूप से फिसलन भरे हो गए हैं या भूस्खलन की चपेट में आ गए हैं, जिससे तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को गंभीर खतरा पैदा हो गया है।
 
आधिकारिक आदेश में कहा गया है कि इन प्रतिकूल परिस्थितियों को देखते हुए, किन्नौर कैलाश यात्रा को अगली सूचना तक अस्थायी रूप से स्थगित किया जा रहा है। वर्तमान में मार्ग पर मौजूद तीर्थयात्रियों को मिलिंग खाटा और गुफा में सुरक्षित रूप से ठहराया गया है और उनकी सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए गए हैं।
 
किन्नौर कैलाश 19,850 फुट की ऊंचाई पर स्थित है और इसे भगवान शिव का शीतकालीन निवास माना जाता है। किन्नौर कैलाश यात्रा 15 जुलाई को शुरू हुई थी और 30 अगस्त को इसका समापन होगा। भारी बारिश के कारण राज्य के अन्य भागों में भी जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया, जिसके कारण चार राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 537 सड़कें और शैक्षणिक संस्थान बंद कर दिये गए हैं।
 
इस बीच पौंग बांध में जलस्तर तेजी से बढ़ने के कारण भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) ने जलाशय के स्तर को नियंत्रित करने के लिए बुधवार शाम (5 बजे) टर्बाइनों और स्पिलवेज के माध्यम से 23,300 क्यूसेक पानी छोड़ा, जो दिन में पहले 1372.03 फीट तक पहुंच गया था। बीबीएमबी अधिकारियों ने कांगड़ा के उपायुक्त, फतेहपुर, जवाली, इंदौरा, देहरा, नूरपुर के उप जिलाधिकारी (एसडीएम) और अन्य संबंधित अधिकारियों को 24 घंटे पहले औपचारिक रूप से सतर्क कर दिया था। छोड़े गए पानी के पंजाब के फतेहपुर, इंदौरा, रियाली, मांड और होशियारपुर के कुछ हिस्सों से होकर बहने की उम्मीद है, जहां पहले भी बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो चुकी है।
 
फतेहपुर के एसडीएम विश्रुत भारती ने बताया कि संवेदनशील इलाकों को सूचित कर दिया गया है और प्रशासन पूरी तरह तैयार है। निवासियों, खासकर निचले इलाकों में रहने वालों से सतर्क रहने, नदी के किनारे जाने से बचने और सुरक्षा संबंधी सलाह का पालन करने का आग्रह किया गया है। उन्होंने कहा कि पंचायत अधिकारियों को भी निर्देश दिया गया है कि वे सूचना प्रसारित करने में सहायता करें तथा आवश्यकता पड़ने पर राहत प्रयासों में सहयोग करें।ALSO READ: Weather Update: देशभर में वर्षा का दौर जारी, दिल्ली-NCR में तेज बारिश के आसार, जानें देशभर का मौसम
 
पंजाब, हरियाणा के कुछ हिस्सों में बारिश : चंडीगढ़ से मिले समाचारों के अनुसार पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में बारिश होने से तापमान में कुछ गिरावट आई। मौसम विज्ञान विभाग ने बुधवार को यह जानकारी दी। मौसम विभाग के अनुसार पंजाब के गुरुदासपुर में बुधवार सुबह 8.30 बजे तक 24 घंटे की अवधि में 71.5 मिलीमीटर बारिश हुई। होशियारपुर, लुधियाना, मोहाली, पठानकोट, रूपनगर, फरीदकोट और पटियाला में भी इस दौरान बारिश हुई।
 
मौसम विभाग के मुताबिक अमृतसर में न्यूनतम तापमान सामान्य से 1 डिग्री कम 24.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मोहाली में न्यूनतम तापमान सामान्य से 2 डिग्री कम 23.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दोनों राज्यों की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में 15.8 मिलीमीटर बारिश हुई और केंद्रशासित प्रदेश में न्यूनतम तापमान 23.7 मिलीमीटर दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3 डिग्री कम है।
 
हरियाणा में अंबाला, नारनौल, पंचकूला, कैथल और फरीदाबाद में बारिश हुई। हिसार में न्यूनतम तापमान सामान्य से 2 डिग्री कम 25 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अंबाला में न्यूनतम तापमान सामान्य से 1 डिग्री कम 24.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पंचकूला जिला प्रशासन ने परामर्श जारी कर लोगों से नदियों, नालों और जलभराव वाले क्षेत्रों से दूर रहने का आग्रह किया है। परामर्श में कहा गया है कि रातभर हुई भारी बारिश के कारण घग्गर नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है।
 
इसमें कहा गया कि कृपया नदियों, नालों और जलभराव वाले क्षेत्रों से दूर रहें। किसी भी नदी या नाले के किनारे या उस पर बने पुल पर खड़े होकर पानी को देखने से बचें, यह खतरनाक हो सकता है।
 
पश्चिम बंगाल में बारिश का दौर जारी रहेगा, आईएमडी का अलर्ट : कोलकाता से मिले समाचारों के अनुसार भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में भारी बारिश का सिलसिला जारी रहने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। आईएमडी ने राज्य में सक्रिय मानसून के निम्न दाब क्षेत्र और उत्तरी बांग्लादेश के ऊपर बने उच्च स्तर के चक्रवाती परिसंचरण के कारण यह संभावना जताई है।
 
आईएमडी के अनुसार दार्जिलिंग, कालिम्पोंग, जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार और कूचबिहार जैसे उपहिमालयी जिलों में 12 अगस्त तक भारी बारिश हो सकती है। दक्षिणी पश्चिम बंगाल में उत्तर और दक्षिण 24 परगना तथा नदिया समेत कई जिलों में भी 8 अगस्त तक भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है।
 
मौसम विभाग ने बताया कि जलपाईगुड़ी जिले के गैरकाटा टी एस्टेट में पिछले 24 घंटों में सुबह 8.30 बजे तक राज्य में सर्वाधिक 120 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। अन्य स्थानों में भी अच्छी बारिश हुई जिनमें बक्साद्वार और डालगांव टी एस्टेट (80 मिमी), पश्चिम मेदिनीपुर जिले का मोहनपुर (70 मिमी) और दक्षिण 24 परगना जिले का डायमंड हार्बर (60 मिमी) शामिल हैं। कोलकाता में इस अवधि में 28 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।
 
मानसून ट्रफ हिमालय की तराई के पास से गुजर रही : मानसून ट्रफ अमृतसर, चंडीगढ़, देहरादून, गोरखपुर से होते हुए अरुणाचल प्रदेश तक हिमालय की तराई के पास से गुजर रही है। एक चक्रवाती परिसंचरण मध्य बांग्लादेश पर 5.8 किमी ऊंचाई तक बना हुआ है। एक चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में तथा उत्तर तमिलनाडु तट के पास 3.1 किमी ऊंचाई तक बना हुआ है।

एक चक्रवाती परिसंचरण उत्तर केरल पर और एक अन्य रायलसीमा पर स्थित है। एक पूर्व-पश्चिम ट्रफ लगभग 12 डिग्री उत्तरी अक्षांश पर, उत्तर केरल, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और उत्तर आंतरिक तमिलनाडु से होकर गुजर रही है। पश्चिमी विक्षोभ पंजाब पर 5.8 किमी ऊंचाई पर चक्रवाती परिसंचरण के रूप में सक्रिय है। एक चक्रवाती परिसंचरण उत्तराखंड और उससे सटे हिमाचल प्रदेश पर है। एक चक्रवाती परिसंचरण उत्तर बिहार पर स्थित है।
 
पिछले 24 घंटों के दौरान देशभर में हुई मौसमी हलचल : पिछले 24 घंटे के दौरान हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर-पश्चिम उत्तरप्रदेश और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हुई। तटीय कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों, मराठवाड़ा, दक्षिण छत्तीसगढ़, पूर्वी असम, अरुणाचल प्रदेश और ओडिशा के उत्तरी तटीय हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ जगहों पर भारी बारिश दर्ज की गई। पूर्वोत्तर भारत, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश, तेलंगाना, कोंकण व गोवा, मध्यम महाराष्ट्र, लक्षद्वीप, अंडमान व निकोबार द्वीप, सिक्किम और जम्मू-कश्मीर में हल्की से मध्यम बारिश हुई। पंजाब, हरियाणा, मध्यप्रदेश, गुजरात, तटीय तमिलनाडु और आंध्रप्रदेश में हल्की बारिश हुई।
 
आज गुरुवार के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (skymetweather) के अनुसार आज गुरुवार, 7 अगस्त को उत्तराखंड, हिमाचलप्रदेश, उत्तरप्रदेश, बिहार, झारखंड, केरल और कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ जगहों पर भारी बारिश हो सकती है।
 
पूर्वोत्तर भारत, पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तरप्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र के कुछ हिस्से, कर्नाटक, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, विदर्भ, मराठवाड़ा, कोंकण व गोवा, रायलसीमा, लक्षद्वीप और अंडमान व निकोबार द्वीप में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। पूर्वी राजस्थान, गुजरात, आंध्रप्रदेश, लद्दाख और तटीय आंध्रप्रदेश में हल्की बारिश संभव है।(Photo courtesy: IMD)
 
Edited by: Ravindra Gupta

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