Weather Update: देश के कई राज्यों में इस समय मौसम का मिजाज में बदलाव देखा जा रहा है। लौटती ठंड पहाड़ों पर बर्फबारी (snowfall) व बारिश से वापस लौट आई है। मैदानी इलाकों में ओले (Hail) गिरे रहे हैं। कल गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग (Gulmarg) में हिमस्खलन भी हुआ है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आज शुक्रवार को पूर्वोत्तर भारत समेत देश के कई हिस्सों में भारी बर्फबारी, बारिश और ओलावृष्टि की भविष्यवाणी की है। राजधानी दिल्ली में 25 से 27 फरवरी के बीच बादल घने हो सकते हैं।
उत्तर-पूर्वी भारत में 23 फरवरी तक बारिश: IMD के अनुसार उत्तर भारत और उत्तर-पूर्वी भारत में 23 फरवरी तक बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेंगी, वहीं 24 फरवरी को एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ अपना असर दिखाएगा। इस कारण पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में बारिश की गतिविधियां फिर शुरू हो सकती हैं। उत्तर-पूर्व भारत में आईएमडी के अनुसार 23 फरवरी के दौरान अरुणाचल प्रदेश में और अगले 2-3 दिनों के लिए बारिश हो सकती है। 23 फरवरी को असम और मेघालय में भी बारिश की संभावना है।
पूर्वोत्तर भारत में बारिश की संभावना : मौसम विभाग के अनुसार 24-27 फरवरी के दौरान अरुणाचल प्रदेश में छिटपुट हल्की, मध्यम वर्षा व बर्फबारी की भी भविष्यवाणी की गई है। 24 और 25 फरवरी को असम और मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी बारिश की संभावना है। राजधानी दिल्ली में 25 से 27 फरवरी के बीच बादल घने हो सकते हैं। मार्च की शुरुआत में बारिश की संभावना है। हालांकि इसकी स्थिति आने वाले 2 से 3 दिनों में अधिक साफ होगी।
आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (skymet weather) के अनुसार आज गुरुवार को पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में छिटपुट हल्की बारिश और बर्फबारी संभव है। अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश संभव है। पूर्वोत्तर भारत में हल्की से मध्यम बारिश संभव है।
यूपी, बंगाल, बिहार और उत्तरी झारखंड में हल्की बारिश संभव : उत्तरप्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार और उत्तरी झारखंड के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश संभव है। उत्तरी मध्यप्रदेश में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश संभव है। ताजा पश्चिमी विक्षोभ के मद्देनजर 24 से 27 फरवरी के बीच पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में छिटपुट से मध्यम बारिश और बर्फबारी संभव है।
पश्चिमी विक्षोभ को निचली क्षोभमंडलीय पछुआ हवाओं में एक निम्न दबाव की रेखा के रूप में बना हुआ है जिसकी धुरी समुद्र तल से 3.1 किलोमीटर ऊपर होती है, जो लगभग 77 डिग्री पूर्व देशांतर के साथ 30 डिग्री उत्तर अक्षांश के उत्तर में है। 180 नॉट तक की अधिकतम गति के साथ जेट स्ट्रीम की हवाएं उत्तर भारत में 12.6 की ऊंचाई पर चल रही हैं।
पूर्वोत्तर असम पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। दक्षिण-पूर्व मध्यप्रदेश से लेकर विदर्भ, तेलंगाना और रायलसीमा होते हुए तमिलनाडु तक एक निम्न दबाव की रेखा निचले स्तर तक फैला हुआ है। 24 फरवरी की रात से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय क्षेत्र के करीब पहुंच सकता है।