फाइल लौटाते हुए राजभवन की ओर से तर्क दिया गया है कि राम किशन ग्रेवाल दिल्ली के नागरिक नहीं थे, बल्कि हरियाणा के नागरिक थे, इसलिए उन्हें मुआवजा नहीं मिल सकता।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल वन रैंक वन पेंशन की मांग को लेकर दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पूर्व सैनिक राम किशन ग्रेवाल ने खुदकुशी कर ली थी। इसके बाद दिल्ली सरकार ने परिवार को 1 करोड़ रुपए मुआवजा देने का एलान किया था। अब एलजी ने अरविंद केजरीवाल सरकार की फाइल लौटा दी है। उपराज्यपाल के इस फैसले से केजरीवाल सरकार से उनकी तल्खी बढ़ने की संभावना है।