एलओसी पर घुसपैठ का प्रयास नाकाम, दो आतंकी ढेर

सुरेश एस डुग्गर
जम्‍मू। भारतीय सेना ने पुंछ में घुसपैठ की साजिश को नाकाम किया है, घुसपैठ का प्रयास कर रहे आतंकियों के कारण खोजी ऑपरेशन चलाया जा रहा है। सीमा पर पाकिस्तान की नापाक हरकतें जारी हैं। पुंछ जिले के बालाकोट सेक्टर से बीती रात आतंकियों के दल ने भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ का प्रयास किया, जिसे सेना ने नाकाम बनाते हुए दो घुसपैठियों को ढेर कर दिया। कई घुसपैठिए घायल भी हैं, जो वापस भाग गए।


इस बीच जम्‍मू शहर के दोमाना में सैन्‍य शिविर पर गोलीबारी करने वाले दोनों आतंकियों को कान्‍हाचक के सीमांत क्षेत्र में देखा गया है। भारतीय सेना से मुंह की खाने के बाद पाकिस्तान ने बुधवार शाम को राजौरी में नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए गोलाबारी शुरू कर दी। भारत ने भी इसका करारा जवाब दिया। देर शाम तक दोनों तरफ से गोलाबारी जारी रही। बालाकोट सेक्टर में मंगलवार रात पाक गोलाबारी की आड़ में पांच से छह आतंकियों का दल भारतीय क्षेत्र के करीब पहुंच गया।

सीमा पर सतर्क जवानों ने जवाबी कार्रवाई की, जिसमें दो आतंकी मारे गए और कई घायल हो गए। आतंकियों के शव सीमा पार ही पड़े हुए हैं और जख्मी घुसपैठिए वापस भाग गए। इलाके में तलाशी अभियान चलाया गया है और मामले में अधिक जानकारी की प्रतीक्षा की जा रही है। घुसपैठ के प्रयास की यह घटना ऐसे समय में हुई है जब सुरक्षाबल आतंकवादी समूहों द्वारा जम्मू कश्मीर में विभिन्न इलाकों को निशाना बनाए जाने की घटनाओं में वृद्धि होने का सामना कर रहे हैं। पिछले सप्ताह जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों ने जम्मू के सुंजवां में सेना के एक शिविर को निशाना बनाया था। इस घटना में छह सैनिक और एक नागरिक मारे गए थे। बुधवार शाम पाकिस्तान ने एकाएक उप जिला नौशहरा के झंगड़, लाम, कलाल, कलसियां सेक्टर में भारी गोलाबारी शुरू कर दी है।

पाक सेना ने रिहायशी क्षेत्रों के साथ सैन्य चौकियों को निशाना बनाया। सूत्रों के अनुसार, पाक सेना इस तरफ से भी आतंकियों को भारतीय क्षेत्र में दाखिल करवाने का प्रयास कर रही थी। पिछले कुछ दिनों से सीमांत क्षेत्रों में संदिग्ध गतिविधियों की काफी रिपोर्ट खुफिया एजेंसी के साथ पुलिस के पास भी आ रही हैं। कुछ दिन पहले केरी सेक्टर से लेकर पुल्लियां क्षेत्र तक कुछ संदिग्ध देखे गए, जिसके बाद पुलिस ने बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान भी चलाया। एसएसपी राजौरी जुगल मन्हास ने कहा कि कुछ दिनों से सीमांत क्षेत्रों में संदिग्धों की रिपोर्ट आ रही है। इसके आधार पर तलाशी अभियान भी चलाए जा रहे हैं।

इस बीच दोमाना में सैन्य शिविर पर गोलीबारी के बाद भागे दो आतंकियों को भारत-पाक से सटी अंतरराष्ट्रीय सीमा के नजदीक कानाचक्क सेक्टर में देखा गया। सेना की वर्दी पहने दो संदिग्ध युवकों को गांव कांटावाला में रहने वाली एक महिला ने देखने का दावा किया। महिला की जानकारी के बाद कानाचक्क पुलिस, आतंकवाद विरोधी दस्ते स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप और सेना की 15 जम्मू-कश्मीर लाइट इंफेंट्री के जवानों ने तलाशी अभियान चलाया। हालांकि सुरक्षाबलों को कोई सुराग नहीं मिला। सुरक्षाबलों ने अंधेरा होते देख अभियान को रोक दिया। वीरवार सुबह फिर अभियान चलाया जाएगा।

पंजाब के मुकेरियां में रहने वाली 36 वर्षीय महिला कंचन बाला अपने मायके कानाचक्क आई हुई थी। महिला के अनुसार, बुधवार सुबह तड़के वह अपने घर के आंगन में खड़ी थी कि खेत में सेना की वर्दी पहने दो युवकों को खड़ा देखा। महिला को देख दोनों युवक दौड़ने लगे। महिला का कहना है कि अंधेरे में वह यह नहीं देख पाई कि संदिग्ध व्यक्तियों ने हथियार पकड़े हुए थे या नहीं। महिला ने अपने परिजनों को सूचित किया। बाद में कानाचक्क पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने इसके बाद सेना को भी संदिग्ध लोगों के बारे में सूचित किया। बुलेटप्रूफ जैकेट व हेलमेट पहने जवानों ने तुरंत मोर्चा संभाल लिया और खेतों व रिहायशी इलाकों में तलाशी अभियान शुरू कर दिया। एसएचओ कानाचक्क नीरज चौधरी के अनुसार, सुरक्षाबलों ने अभियान चलाया, लेकिन उन्हें कोई संदिग्ध नजर नहीं आया।

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