दरअसल, प्रश्नकाल के दौरान एक पूरक प्रश्न के उत्तर में हर्षवर्धन ने कहा कि पश्चिम बंगाल की सरकार ने पहले आयुष्मान भारत योजना को लागू किया था, लेकिन बाद में इसे बंद कर दिया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री का पदभार संभालने के बाद उन्होंने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बात की है। इस योजना को राजनीतिक चश्मे से नहीं देखना चाहिए।
बाद में बंदोपाध्याय ने कहा कि मंत्री जी पार्टी के दबाव में राजनीतिक बयान दे रहे हैं। पश्चिम बंगाल की सरकार पहले ही स्वास्थ्य बीमा योजना चला रही है जिसके तहत पांच लाख रुपए का कवर मिलता है। इस पर बिरला ने कहा कि आप यहां पश्चिम बंगाल की मार्केटिंग मत करिए। बंदोपाध्याय ने कहा कि वह राजनीतिक दृष्टिकोण से बात नहीं कर रहे हैं। वह सिर्फ राज्य सरकार की एक योजना का उल्लेख कर रहे हैं।