अन्नदाता सड़क पर, फसल की सही कीमत के लिए नासिक से मुंबई तक लॉन्ग मार्च

गुरुवार, 16 मार्च 2023 (16:33 IST)
-रत्नदीप रणशूर
कृषि उत्पादों खासकर प्याज की गिरती कीमतों से चिंतित महाराष्ट्र के किसान सड़क पर उतर आए हैं। 5000 से ज्यादा किसानों का जत्था नासिक से मुंबई के लिए पैदल मार्च कर रहा है। इस समय यह जत्था राज्य के ठाणे जिले में पहुंच चुका है। किसानों की मांग है कि प्याज, कपास, सोयाबीन, अरहर (तुअर), हरा चना आदि फसलों के लिए उन्हें उचित कीमत मिलनी चाहिए। क्योंकि कई बार ऐसा भी होता है, जब किसान अपनी फसल की लागत भी नहीं निकाल पाता। 
 
अखिल भारतीय किसान सभा द्वारा यह मार्च पूर्व विधायक जीवा पांडू गावित के नेतृत्व में निकाला जा रहा है। बजट सत्र के दौरान यह मार्च जल्द ही मुंबई में दस्तक देगा। बताया जा रहा है कि नासिक से शुरू हुए इस मार्च को रोकने की भी कोशिशें हुई थीं, लेकिन सरकार इस मामले में नाकाम रही। इसको लेकर मंत्री दादा भुसे और किसान सभा के प्रतिनिधिमंडल के बीच 4 घंटे तक बैठक चली लेकिन बातचीत किसी नतीजे तक नहीं पहुंच पाई। 
 
इस मार्च में बड़ी संख्या में किसानों ने भाग लिया है। अखिल भारतीय किसान सभा के केंद्रीय संयुक्त सचिव डॉ. अजीत नवले ने कहा कि यह मार्च किसानों के उचित अधिकारों के लिए आयोजित किया गया है। जब तक सभी मुद्दों को हल नहीं किया जाता है, तब तक कोई पीछे नहीं हटेगा। बताया जा रहा है कि आंदोलनकारी किसानों से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस मुलाकात कर सकते हैं। 
क्या हैं किसानों की मांगें- 

प्याज के दाम गिरे, अंगूर के बागों को नुकसान : लॉन्ग मार्च में मजदूर और किसान सभी हिस्सा ले रहे हैं। वहीं कई किसानों ने प्याज को सड़क पर फेंककर विरोध जताया है। इस मौके पर पूर्व विधायक जेपी गावित ने कहा कि पूरे महाराष्ट्र के किसान सदमे में हैं। कुछ दिन पहले बेमौसम बारिश हुई थी, प्याज के दाम गिरे थे। अंगूर के बागों को भी नुकसान पहुंचा है। कपास और सोयाबीन की कीमतों में भी गिरावट आई है। किसान परेशान हैं और सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है।
 
गावित ने कहा कि किसानों द्वारा अधिग्रहीत वन भूमि को आदिवासी किसानों के नाम कर दिया जाए और उस भूमि की 7 बार सफाई की जाए।  किसानों को कर्ज मुक्त करने के साथ ही सोयाबीन और प्याज सहित सभी कृषि जिंसों की सही कीमत मिलनी चाहिए।

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