इस समय मैदानों में कोहरा और धुंध छाया हुआ है, वहीं नैनीताल में इस समय आसमान बिलकुल साफ है, जो चन्द्रग्रहण को देखने के लिए बिलकुल उपयुक्त है। एरीज इस खगोलीय घटना की तस्वीरें भी जारी करेगा। 2,450 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह वेधशाला नैनीताल में 20 अप्रैल 1954 को स्थापित की गई थी, जहां से उसे 1961 में मनोरा पीक पर शिफ्ट कर दिया गया।
एशिया की सबसे अच्छी वेधशालाओं में से एक मानी जाने वाली एरीज के निदेशक डॉ. अनिल पांडे ने कहा कि 31 जनवरी को चन्द्रमा पृथ्वी की नजदीकी कक्षा में होगा। इस दौरान उसका आकार करीब 7 प्रतिशत बड़ा दिखाई देगा और इसकी चमक भी ज्यादा होगी। भारत के अलावा यह खगोलीय घटना अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, रूस, चीन, मैक्सिको, थाईलैंड से भी दिखेगी। (भाषा)