शहर के एमपी बिड़ला तारामंडल के शोध एवं अकादमिक निदेशक देबीप्रसाद दुआरी ने बताया कि यह ग्रहण मंगलवार देर रात 1 बजकर 31 बजे शुरू होगा। यह आंशिक ग्रहण सबसे स्पष्ट रूप से सुबह 3 बजे नजर आएगा, जब चंद्रमा का ज्यादातर हिस्सा ढंक जाएगा।
उन्होंने कहा कि आकाशीय गतिविधियों के दिलचस्पी रखने वालों को इस मौके को नहीं गंवाना चाहिए, क्योंकि 2021 तक फिर ऐसा स्पष्ट रूप से दिखने वाला कोई चंद्रग्रहण नहीं लगेगा। दुआरी ने बताया कि दक्षिण अमेरिका, यूरोप, अफ्रीका, एशिया और ऑस्ट्रेलिया के सिवाय यह खगोलीय घटना देश के हर हिस्से से नजर आएगी।