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पीएम मोदी पर मालदीव के 3 उप मंत्रियों द्वारा की गई टिप्पणियों के बाद मालदीव सरकार ने तीनों को सस्पेंड कर दिया है। इसके बाद भारत में भी बायकॉट मालदीव ट्रेंड कर रहा है। बता दें कि मालदीव के इन 3 मंत्रियों ने पीएम मोदी की लक्षद्वीप यात्रा के बाद सोशल मीडिया मंच एक्स पर उनकी आलोचना कर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।
इसके बाद अब मालदीव की पूर्व डिप्टी स्पीकर इवा अब्दुल्ला ने भारत से माफी मांगी और अपने मंत्रियों की टिप्पणी को गलत बताया है। इस मुद्दे पर मालदीव की पूर्व डिप्टी स्पीकर इवा अब्दुल्ला (Eva Abdulla) का बयान आया है और उन्होंने टिप्पणियों को 'शर्मनाक और नस्लवादी' करार दिया है।
पूर्व डिप्टी स्पीकर ने भारत से माफी भी मांगी और भारतीयों से मालदीव के खिलाफ बहिष्कार अभियान बंद करने का अनुरोध भी किया। एनडीटीवी से बात करते हुए, इवा अब्दुल्ला, जो कि मौजूदा सांसद भी हैं, उन्होंने कहा कि टिप्पणियों पर आक्रोश समझ में आता है। भारतीयों का गुस्सा जायज है, टिप्पणियां अपमानजनक हैं। मैं शर्मनाक टिप्पणियों के लिए भारत के लोगों से व्यक्तिगत रूप से माफी मांगना चाहती हूं"
कैसे हुई विवाद की शुरुआत : PM मोदी ने अपने लक्ष्यद्वीप दौरे के अनुभव को एक्स पर साझा किया था। जिसमें पीएम ने लिखा था, जो लोग रोमांचकारी अनुभव लेना चाहते हैं, लक्षद्वीप उनकी सूची में जरूर होना चाहिए। मैंने स्नॉर्कलिंग की भी कोशिश की। यह कितना उत्साहजनक अनुभव था! बता दें कि पीएम मोदी का ये पोस्ट काफी वायरल हुआ था और कई सोशल मीडिया यूजर्स ने लक्षद्वीप को मालदीव का वैकल्पिक पर्यटन स्थल कहा था।
मालदीव के तीन उप मंत्रियों ने पीएम मोदी की लक्षद्वीप यात्रा के बाद सोशल मीडिया मंच एक्स' पर उनकी आलोचना करते हुए आरोप लगाया था कि नई दिल्ली इस केंद्र शासित प्रदेश को मालदीव के वैकल्पिक पर्यटन स्थल के रूप में पेश करने का प्रयास कर रही है। जिसके बाद युवा मंत्रालय में उप मंत्रियों- मालशा शरीफ, मरियम शिउना और अब्दुल्ला महज़ूम माजिद को उनके पदों से निलंबित कर दिया गया था। सोशल मीडिया पर कई पोस्ट में दावा किया गया कि कुछ भारतीय मालदीव की अपनी निर्धारित यात्रा रद्द कर रहे हैं।
Edited by navin rangiyal