कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज कहा कि देश के लोगों को यह जानने का पूरा हक है कि अंतिम दिनों में नेताजी सुभाषचन्द्र बोस के साथ क्या हुआ और जिस सम्मान के लायक वह महान स्वतंत्रता सेनानी थे वो उन्हें नहीं दिया गया है।
सुश्री बनर्जी ने नेताजी की 121वीं जयंती के मौके पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद कहा, हम यह जानने के बेहद उत्सुक हैं कि 1940 में गुमशुदा होने के बाद उनके साथ क्या हुआ। उनके लापता होने और उसके बाद उनके साथ क्या हुआ, इस रहस्य को उजागर करने के लिए हमें कुछ करना होगा।
गौरतलब है कि सुश्री बनर्जी ही पहली ऐसी नेता है जिन्होंने नेताजी से संबंधित सभी गोपनीय फाइलों को सार्वजनिक किया था। ये फाइलें राज्य सरकार की कस्टडी में थी लेकिन इनमे नेताजी की मौत के बारे में कुछ नहीं कहा गया है।
उन्होंने कहा कि देश के लोगों को नेताजी के लापता होने की सच्चाई को जानना चाहिए और वह यह नहीं मानतीं कि नेताजी की मौत 18 अगस्त 1945 को ताईवान के ताईहोकु में हुई थी। सुश्री बनर्जी ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर स्वामी विवेकानंद और नेताजी की जयंती 12 जनवरी तथा 23 जनवरी को राष्ट्रीय अवकाश घोषित किए जाने का आग्रह किया है। (वार्ता)