उन्होंने रिपोर्टों का हवाला देते हुए कहा कि देश में असंगठित क्षेत्र में लगभग सवा करोड़ मजदूर काम करते हैं और धन की कमी के कारण या तो इनकी रोजी-रोटी छिन गई है या वे बुरी तरह प्रभावित हुए हैं, इसके अलावा बडी कंपनियों में भी छंटनी प्रक्रिया चल रही है जिससे भारी संख्या में लोगों का रोजगार छिन जाएगा।
इससे पहले उन्होंने प्रधानमंत्री पर तेज प्रहार करते हुए कहा कि सबसे ज्यादा भ्रष्ट व्यक्ति ही भ्रष्टाचार को हटाने की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'विमुद्रीकरण का सबसे ज्यादा फायदा मोदी बाबू और उनके नजदीकी सहयोगियों को मिला है। नोटबंदी का मतलब भारतीय अर्थव्यवस्था को ध्वस्त करना है। इस सरकार का हठी और नाश करने वाला रवैया विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था को नष्ट करने का प्रयास है।' (वार्ता)