सिसोदिया ने ट्वीट किया, निर्भया केस में वकील फांसी में देरी करने की रणनीति का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस तरह वे सिस्टम का मज़ाक बना रहे हैं। उन्होंने लिखा, हमें त्वरित न्याय सुनिश्चित करने के लिए एक साथ काम करना होगा, जिससे न्याय को सक्षम बनाने और सभी खामियों को दूर करने के लिए कानूनों में बदलाव किया जाए।
शीर्ष अदालत ने हाल ही में 2 अन्य मुजरिमों (विनय कुमार शर्मा (26) और मुकेश सिंह (32)) की सुधारात्मक याचिका खारिज कर दी थी। चारों मुजरिमों को अदालत के आदेश के अनुसार, एक फरवरी को सुबह 6 बजे फांसी पर चढ़ाया जाना है।
सोलह दिसंबर, 2012 को दक्षिण दिल्ली में एक चलती बस में 23 वर्षीय एक पैरामेडिकल छात्रा के साथ 6 लोगों ने सामूहिक बलात्कार किया था और उस पर नृशंस हमला किया था। उसके बाद पीड़िता को चलती बस से फेंक दिया गया था। कई दिन जिंदगी और मौत से संघर्ष करने के बाद पीड़िता की सिंगापुर के एक अस्पताल में मौत हो गई थी।