कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि पंजाब के एक सांसद के रूप में वे पंजाब में होने वाली घटनाओं से बेहद व्यथित हैं। पंजाब में शांति बड़ी मुश्किल से आई है। 25 हजार लोगों ने 1980 से 1995 के बीच उग्रवाद के दौरान पंजाब में शांति वापस लाने के लिए खुद को बलिदान कर दिया। इनमें से ज्यादातर कांग्रेसी थे।