उन्होंने कहा कि केजरीवाल भ्रष्टाचार को खत्म करने के बड़े-बड़े वादे कर राजनीति में आए थे किंतु पिछले 2 सालों के दौरान दिल्ली में जितना भ्रष्टाचार पनपा है, उतना शायद देश के किसी अन्य राज्य में नहीं हुआ होगा। दिल्ली सरकार ने करदाताओं की 97 करोड़ रुपए की कमाई आम आदमी पार्टी (आप) के गुणगान करने पर खर्च कर दी और अब उपराज्यपाल ने इस राशि को वसूलने का आदेश दिया है।
इस मौके पर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धि, राष्ट्रीय सचिव आरपी सिंह, दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेन्द्र गुप्ता और प्रदेश के अन्य नेता बड़ी संख्या में मौजूद थे। तिवारी ने कहा कि चुनाव अभियान किसी पार्टी का बड़ा हिस्सा होता है और हमने नकारात्मक की बजाए सकारात्मक सोच के साथ लोगों के समक्ष जाने का निर्णय किया है।
तिवारी ने कहा कि पिछले 10 वर्ष के दौरान भाजपा शासित निगमों ने जो काम दिल्ली में किया, केजरीवाल की सरकार ने उसके बारे में जनता को बताने की बजाए आरोप लगाकर बदनाम करने की कोशिश की। दक्षिण और उत्तरी निगम ने अपने क्षेत्रों में एलईडी बल्बों का इस्तेमाल बड़े स्तर पर किया है जिसके परिणामस्वरूप अगले 7 वर्षों में 150 करोड़ रुपए की बचत होगी।
सहस्त्रबुद्धि ने कहा कि कांग्रेस के शासन में शहरी जनसंख्या को केवल दुधारू गाय के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा। भाजपा शासित निगमों में केवल कर वसूली प्राथमिकता दी। पार्टी 72 से अधिक निगमों में काबिज है और वहां भौतिक बुनियादी सुविधाओं पर ही नहीं, सामाजिक बुनियादी सुविधाओं की जरूरत को देखते हुए इस पर पूरा जोर दे रही है।
इस अवसर पर दिल्ली भाजपा ने एक पोस्टर जारी किया- 'नए चेहरे, नई ऊर्जा, नई उड़ान, दिल्ली मांगे कमल निशान' शीर्षक नामक इस पोस्टर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और तिवारी की फोटो हैं। प्रचार के लिए जारी ऑडियो का शीर्षक 'भाजपा दिल में, दिल में, भाजपा दिल्ली में' है और बीच-बीच में पार्टी के कार्यक्रमों के अलावा मोदी की आवाज 'मेरी सरकार गरीबों को समर्पित है' भी शामिल है। (वार्ता)