उल्लेखनीय है कि हुंडई भारत में कुल 13 कारें बेचती हैं। इनमें 8 SUV हैं। क्रेटा, अल्काजार, एक्सटर, वेन्यू, वरना, ग्रेंड, आरा, ट्यूसान, आई20, आई 20 एन लाइन, आयनिक 5, क्रेटा एन लाइन और वेन्यू एन लाइन कंपनी को भारत में दूसरी सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनी बनाती है। इसी वर्ष नवंबर में कंपनी ट्यूसान फेसलिस्ट भी लांच कर सकती है। 2025 में भी क्रेटा ईवी, न्यू सैटा फे, आयनिक 6, स्टारगेजर, पैलासाइट जैसी कारें लांचिंग के लिए तैयार है।
कंपनी का मूल्यांकन : हुंडई इंडिया के ड्राफ़्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस के मुताबिक, कंपनी का मूल्यांकन 1.5 से 1.7 ट्रिलियन रुपए के बीच है। यानी, इसका मूल्य लगभग 18 से 20 बिलियन डॉलर है। भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों और हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती मांग ने कंपनी के लिए बड़ा अवसर प्रदान किया है।
वहीं, बीते साल कंपनी ने 7.7 लाख गाड़ियां बेची थीं, जो कि मारुति सुजुकी के मुकाबले एक तिहाई है। हुंडई रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE) FY24 के लिए 22.2% रहा था, जो मारुति के 15.7% से ज्यादा है। ब्रोकरेज फर्म नोमुरा के अनुसार, हुंडई का मुल्यांकन मारुति से भी अधिक हो सकता है।
नए शेयर जारी नहीं करेगी हुंडई मोटर्स : SEBI के पास जमा कराए गए ड्राफ्ट रेड हियरिंग प्रॉस्पेक्टर के मुताबिक, कंपनी नए शेयर नहीं जारी करेगी। कंपनी पूर्ण स्वामित्व वाली यूनिट में अपनी हिस्सेदारी का एक हिस्सा 'ऑफर फॉर सेल' के माध्यम से रिटेल और अन्य निवेशकों को बेचेगी। इस तरह यह आईपीओ पूरी तरह से OFS इश्यू होगा। इसके तहत प्रमोटर्स 10 रुपए के फेस वैल्यू पर 14.2 करोड़ शेयरों की बिक्री करेंगे। हुंडई मोटर इसमें अपनी 17.5% हिस्सेदारी बेच रही है।
उल्लेखनीय है कि भारत में इन दिनों आईपीओ की बहार आई हुई है। हुंडई ही नहीं एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी, स्विगी, वारी एनर्जीज, विशाल मेगामार्ट, मोबिक्विक और टाटा प्ले के आईपीओ दिवाली के आसपास ही बाजार में आएंगे। इनकी मदद से 2024 में कंपनियों द्वारा आईपीओ से फंड जुटाने का रिकॉर्ड भी टूट सकता है। 2021 में कंपनियों ने आईपीओ के माध्यम से 1.18 लाख करोड़ जुटाए थे।