दरअसल, माचिस की डिब्बी के दाम बढ़ाने का फैसला ऑल इंडिया चैंबर ऑफ मैचेस की बैठक में लिया गया। बैठक में 5 प्रमुख माचिस उद्योग निकायों के प्रतिनिधि शामिल थे। बैठक में सर्वसम्मति से माचिस के दाम बढ़ाने का फैसला किया गया।
बैठक में चर्चा की गई कि चूंकि कच्चे माल के दाम बढ़ चुके हैं, ऐसे में माचिस के दाम बढ़ाना आवश्यक हो गया है। माचिस बनाने के लिए मुख्य तौर पर लाल फास्फोरस, मोम, बॉक्स बोर्ड आदि की आवश्यकता होती है। चूंकि डीजल के दाम बढ़ने से ट्रांसपोर्टेशन महंगा हुआ है, अत: माचिस बनाने के काम में आने वाला कच्चा माल भी महंगा हो गया है।