राज ने ट्वीट में सवाल उठाते हुए कहा कि किसी व्यक्ति पर 10 साल बाद यौन शोषण का आरोप लगाने का क्या मतलब है? इतने सालों बाद ऐसे मामले की सत्यता की जांच कैसे हो सकेगी? जिस व्यक्ति पर झूठा आरोप लगा दिया जाएगा उसकी छवि का कितना बड़ा नुकसान होगा, ये ये सोचने वाली बात है। गलत प्रथा की शुरुआत है।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में तनुश्री दत्ता ने अभिनेता नाना पाटेकर पर उत्पीड़न का आरोप लगाया, वहीं संस्कारी बाबूजी के नाम से मशहूर आलोकनाथ भी आरोपों के दायरे में आ गए। केन्द्रीय मंत्री और वरिष्ठ पत्रकार एमजे अकबर पर भी इस तरह के आरोप लगे हैं।