कल्याणीनंद गिरि ने कहा कि गुरुवार रात जब हम लोग अखाड़ा से निकलकर जा रहे थे, तभी छह से अधिक लड़के कार के सामने आए और कार को घेर लिया। उन्होंने पहले किसी धारदार हथियार से मेरे ऊपर हमला किया और शिष्यों द्वारा विरोध करने पर उन पर भी हमला कर दिया। बताया जा रहा है कि आरोपियों ने आशीर्वाद लेने के बहाने कार रोकी और कल्याणीनंद गिरी पर हमला कर दिया।
उन्होंने बताया कि काफी देर हाथापाई हुई और हमलावर मौका पाकर भाग निकले। इस हमले में मैं और मेरे तीन शिष्य घायल हो गए। हमें सेंट्रल अस्पताल में लाया गया, जहां हमारा इलाज हो रहा है। कल्याणीनंद गिरि ने बताया कि इस हमले के संबंध में थाना अन्न क्षेत्र में शिकायत की गई है और जल्द प्राथमिकी दर्ज होने की संभावना है।