मोबाइल ब्लास्ट ने उड़ा दिया बुजुर्ग का हाथ और गर्दन, हो गई मौत, कहीं आप भी तो नहीं कर रहे ये गलतियां?
मंगलवार, 28 फ़रवरी 2023 (14:14 IST)
file photo
उज्जैन के पास बड़नगर में मोबाइल ब्लास्ट की वजह से 68 साल के एक बुजुर्ग दयाराम बारोड़ की न सिर्फ जान चली गई, बल्कि धमाके से उनके शरीर के कई हिस्सों के चिथड़े उड़ गए।
जिस समय धमाका हुआ उस वक्त दयाराम अपने एक दोस्त दिनेश चावड़ा के साथ मोबाइल पर बात कर रहे थे। दिनेश रेलवे स्टेशन पर उनका इंतजार कर रहे थे। दोनों एक गमी के कार्यक्रम में इंदौर जाने वाले थे। लेकिन तभी मोबाइल बंद हो गया। जब वहां पहुंचकर उनके दोस्त ने देखा तो जो नजारा था वो देखकर सिहर उठे। मोबाइल में हुए धमाके से उनकी मौके पर ही मौत हो चुकी थी।
हालांकि पुलिस अभी जांच में जुटी है कि किस तरह के विस्फोट से उनकी मौत हुई। लेकिन प्राथमिक जांच में सामने आया कि मोबाइल धमाके से यह हादसा हुआ। क्योंकि उनका ओपो मोबाइल घटना स्थल से क्षत- विक्षत हालत में मिला है।
ऐसे में मोबाइल जानते हैं आखिर कब और किन स्थितियों में मोबाइल में धमाका हो सकता है। या कब मोबाइल खतरनाक साबित हो सकता है और कैसे इस तरह के हादसे से बचा जा सकता है।
क्या होता है मोबाइल बैटरी में?
किसी भी इलेक्ट्रिक डिवाइस में लगी बैटरी उसमें आग लगने या ब्लास्ट का कारण बन सकती है। दरअसल, स्मार्टफोन में लिथियम आयन बैटरी का इस्तेमाल होता है। इस बैटरी को मोबाइल जैसे छोटे डिवाइस में बेहद कम जगह में फिट किया जाता है। इस बैटरी के एक निश्चित तापमान से ज्यादा पर गर्म होने की वजह से या इस पर दबाव ज्यादा होने की वजह से इसमें ब्लास्ट या धमाका हो सकता है। ऐसी स्थिति में आग भी लग सकती है।
इन गलतियों से बचें चार्जिंग करते हुए बात न करें : जब फोन चार्ज हो रहा है तब न कॉल उठाए, न कॉल करें और न ही उस दौरान बात करें। न ही चार्जिंग के दौरान कोई दूसरी एक्टिविटी मोबाइल में करे, जैसे गेम्स खेलना आदि।
सिर्फ ओरिजिनल चार्जर लगाएं : मोबाइल में हमेशा असली चार्जर का इस्तेमाल करें। मोबाइल खरीदते समय जो चार्जर मिला है, वो ही ओरिजिनल होता है। अगर ओरिजिनल खराब हो जाए तो कंपनी के शोरुम से ही चार्जर लें। सस्ते डुप्लीकेट चार्जर का इस्तेमाल न करें।
फोन ओवरलोड न हो : स्मार्ट मोबाइल फोन में अगर बहुत ज्यादा ऐप्स हैं तो वो जल्दी और ज्यादा गर्म होने लगता है। हीट बढने की वजह से उसमें ब्लास्ट या बैटरी के पिघलने की आशंका रहती है। ऐसे में मोबाइल की मेमोरी को 75 से 80 प्रतिशत तक खाली रखें।
क्यों हो सकता है ब्लास्ट : दरअसल, मोबाइल चार्जिंग के दौरान बैटरी के सेल डेड रहते हैं, जिससे फोन के अंदर केमिकल चेंजेस होते हैं और इस दौरान फोन पर बात करने या गेम खेलने से बैटरी ओवरहीट होकर फट सकती है। चार्जिंग के वक्त फोन के आसपास रेडिएशन भी हाई हो जाता है। ऐसे में कॉल रिसीव करते ही बैटरी में ब्लास्ट हो सकता है।
Edited: By Navin Rangiyal