कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने कहा कि अब यह स्पष्ट है कि अर्थव्यवस्था के अकुशल प्रबंधन, कोई ध्यान ना देने और उसकी अनभिज्ञता की वजह से भारत के विकास की कहानी पीछे छूट रही है। सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़ों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि भारत ने पिछले 3 सालों में 3 प्रतिशत का विकास देखा है। उन्होंने केंद्र सरकार पर भारतीय अर्थव्यवस्था को तबाह करने का आरोप लगाया।
आंकड़े चिंतित करने वाले : वल्लभ ने कहा कि ये आंकड़े चिंतित करने वाले हैं। मोदी सरकार की निष्क्रियता की वजह से संभावनाएं बहुत उज्जवल नहीं दिख रही हैं। यहां तक कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने वित्तीय वर्ष 2023 में विकास दर के 7.5 प्रतिशत से 6.8 प्रतिशत होने का अनुमान जताया है। उन्होंने कहा कि अन्य वैश्विक बैंकों और रेटिंग एजेंसियों ने भी इसी प्रकार की संभावनाएं व्यक्त की हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि वैश्विक स्तर पर आ रहे बदलावों और भारत की सुस्त वृद्धि दर के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था को जल्द से जल्द दुरुस्त करने की आवश्यकता है, लेकिन वित्त मंत्री इन चिंताजनक आंकड़ों से बेपरवाह हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि अर्थव्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए एक रूपरेखा तैयार करने की बजाय सरकार का पूरा जोर विपक्ष शासित सरकारों को अस्थिर करने पर है।
मन की बात की जरूरत नहीं : वल्लभ ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति को समझने के लिए किसी को मन की बात की जरूरत नहीं है क्योंकि अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया गिरकर 79.70 पर पहुंच गया है और सीएमआई के आंकड़ों के मुताबिक, अगस्त 2022 में बेरोजगारी की दर 8.28 प्रतिशत बढ़ गई है।