सरकार में जनभागीदारी है असली लोकतंत्र : मोदी

रविवार, 26 जून 2016 (12:41 IST)
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकतंत्र की मजबूती में जनभागीदारी को महत्वपूर्ण बताते हुए रविवार को कहा कि 4 दशक पहले 26 जून को देश में आपातकाल लगाकर नागरिकों के अधिकार छीने गए थे लेकिन जनता ने लोकतंत्र के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को नहीं छोड़ा और आज स्थिति यह है कि जनता अपनी चुनी सरकार के 2 साल के कामकाज की समीक्षा कर रही है।
 
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रेडियो पर प्रसारित अपने कार्यक्रम 'मन की बात' के जरिए देश को संबोधित करते हुए कहा कि 26 जून 1975 को देश में आपातकाल लागू करके नागरिकों के सारे अधिकार खत्म कर दिए गए थे।
 
उन्होंने कहा कि तब देश जेलखाना बन गया था और जयप्रकाश नारायण समेत लाखों लोगों को सलाखों के पीछे धकेल दिया गया था और लोगों की आवाज दबा दी गई थी लेकिन देश की जनता ने लोकतंत्र के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को नहीं छोड़ा और उसी का परिणाम है कि अब जनता खुद तय कर रही है कि सरकार काम कैसा कर रही है। यही लोकतंत्र की ताकत है। 
 
उन्होंने कहा कि कभी-कभी मेरे 'मन की बात' कार्यक्रम का बड़ा मजाक उड़ाया जाता है, बहुत आलोचना की जाती है, लेकिन ये इसलिए संभव है, क्योंकि हम लोग लोकतंत्र के प्रति प्रतिबद्ध हैं लेकिन 25 और 26 जून 1975 की रात हिन्दुस्तान के लोकतंत्र के लिए एक ऐसी काली रात थी कि भारत में आपातकाल लागू किया गया। (वार्ता) 
 

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