नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को दिल्ली में राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के विजेताओं से बात की। पीएम मोदी ने कहा कि आप युवा साथियों के साहसिक कार्यों के बारे में जब भी मैं सुनता हूं तो मुझे भी प्रेरणा मिलती है। आप जैसे बच्चों के भीतर छिपी प्रतिभा को प्रोत्साहित करने के लिए ही इन राष्ट्रीय पुरस्कारों का दायरा बढ़ाया गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आप सब कहने को तो बहुत छोटी आयु के हैं, लेकिन आपने जो काम किया है उसको करने की बात तो छोड़ दीजिए, उसे सोचने में भी बड़े-बड़े लोगों के पसीने छूट जाते हैं।
उन्होंने कहा कि मैंने लाल किले से कहा था- कर्तव्य पर बल। ज्यादातर हम अधिकार पर बल देते हैं। आप अपने समाज के प्रति, राष्ट्र के प्रति अपनी ड्यूटी के लिए जिस प्रकार से जागरूक हैं, यह देखकर गर्व होता है।
प्रधानमंत्री ने बच्चों से कहा कि इतनी कम आयु में जिस प्रकार आप सभी ने अलग-अलग क्षेत्रों में कुछ करके दिखाया है, उसके बाद आपको और कुछ अच्छा करने की इच्छा होगी। एक प्रकार से ये जिंदगी की शुरुआत है। आपने मुश्किल परिस्थितियों में साहस दिखाया, किसी ने अलग-अलग क्षेत्रों में उपलब्धियां प्राप्त कीं।
उन्होंने कहा कि आजादी के बाद इस देश में 33,000 पुलिस के जवान हम लोगों की सुरक्षा के लिए शहीद हुए हैं। उस पुलिस के प्रति आदर का भाव बनना चाहिए। इससे समाज में एक बदलाव शुरू हो जाएगा। आप सभी को पुलिस मेमोरियल देखने जरूर जाना चाहिए।