प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने बताया कि कुरैशी को पूछताछ के लिए बुलाए जाने के बाद शुक्रवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि मांस निर्यातक को धनशोधन निवारण कानून (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया। उन्हें शनिवार को अदालत में पेश किया जाएगा। अधिकारी ने आरोप लगाया कि वे जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे।
इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय ने आयकर अभियोजक की शिकायत के आधार पर साल 2015 में कुरैशी के खिलाफ पीएमएलए के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी। मांस निर्यातक कुरैशी कर चोरी, धनशोधन और भ्रष्टाचार के अन्य मामलों में भी आयकर विभाग और सीबीआई की जांच का सामना कर रहा है।
आयकर विभाग कालाधन (अज्ञात विदेशी आय और संपत्ति) एवं कर अधिरोपण कानून, 2015 के तहत कुरैशी की जांच कर रहा है। जांच में पाया गया था कि मांस निर्यातक और उनके परिजन के पास विदेशों में गैरकानूनी संपत्ति है और उन्होंने भारतीय कर अधिकारियों को इसके बारे में सूचित नहीं किया था। आयकर विभाग ने फरवरी 2014 में कुरैशी और उसकी कंपनी के खिलाफ छापेमारी की थी, जिसके बाद यह मामला सामने आया था। (भाषा)