तीन दिन देरी से पहुंचेगा मानसून, सामान्य से कम वर्षा का अनुमान

Webdunia
मंगलवार, 14 मई 2019 (19:39 IST)
नई दिल्ली। भयंकर गर्मी से राहत के लिए अभी और इंतजार करना होगा। मौसम की भविष्यवाणी करने वाली प्राइवेट एजेंसी स्काईमेट के अनुसार मानसून इस बार केरल में 4 जून को दस्तक देगा। आमतौर पर यह 1 जून को केरल के तट से टकराता है। स्काईमेट के मुताबिक इस बार वर्षा सामान्य से कम भी हो सकती है।
 
1 जून को केरल पहुंचने वाला मानसून इस वर्ष 4 जून को दस्तक देगा। स्काईमेट के अनुसार पूर्व, पूर्वोत्तर और मध्य भारत में उत्तर पश्चिमी भारत और दक्षिण प्रायद्वीप के मुकाबले कम वर्षा की संभावना है। भारत में सबसे पहले मानसून अंडमान और निकोबार द्वीप में 22 मई को आने की संभावना है। आमतौर पर यहां मानसून 20 मई तक आ जाता है।
 
स्काईमेट ने 2019 में देश में मानसून सामान्य से कम (91 प्रतिशत वर्षा) रहने का अनुमान जताया है। कम बारिश का अनुमान 50 प्रतिशत है, जबकि सूखे का अनुमान 20 प्रतिशत है।
 
2018 था सबसे खराब साल : एजेंसी की भविष्यवाणी है कि मानसून शुरुआत में कमजोर रहेगा। वर्ष 2018 मानसून के लिहाज से सबसे खराब साल रहा था। पिछले वर्ष 12 क्षेत्रों में बहुत कम बारिश हुई थी और वहां सूखे का असर रहा था। स्काईमेट ने 100 प्रतिशत  और मौसम विभाग ने 97 प्रतिशत बारिश का अनुमान जताया था।
 
अरब सागर में रहेगा भंवर : स्काईमेट में मौसम पूर्वानुमान और जलवायु परिवर्तन विभाग के अध्यक्ष सेवानिवृत्त एयर वाइस मार्शल जीपी शर्मा ने कहा कि इस बार मानसून का भंवर अरब सागर में रहेगा जो अच्छा संकेत नहीं है। इस कारण मानसून उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर ज्यादा बढ़ेगा और समय के साथ देश के मुख्य मैदानी हिस्से से दूर होता चला जाएगा।
 
उन्होंने बताया कि स्काईमेट मानसून के बारे में अपने पुराने पूर्वानुमान पर कायम है कि इस साल बारिश दीर्घावधि औसत का 93 प्रतिशत होगी। मध्य भारत में सबसे कम 91 प्रतिशत, पूर्व तथा पूर्वोत्तर में 92 प्रतिशत, दक्षिण में 95 प्रतिशत और पश्चिमोत्तर में 96 प्रतिशत बारिश का अनुमान है।

स्काइमेट के अनुसार : 
0% संभावना अत्यधिक बारिश की है।
0% संभावना सामान्य से अधिक बारिश की है।
30% संभावना सामान्य बारिश की है।
55% संभावना सामान्य से कम बारिश की है।
15% संभावना सूखे की है।

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