अलविदा जुमे की नमाज के दौरान भूकंप से गिरी मस्जिद, कई नमाजियों की मौत

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
शनिवार, 29 मार्च 2025 (15:52 IST)
Powerful earthquake in Myanmar: म्यांमार में आए शक्तिशाली भूकंप की वजह से मांडले में एक मस्जिद पूरी तरह तबाह हो गई। जिस समय भूकंप आया था उस समय मस्जिद में अलविदा जुमे की नमाज चल रही थी। मस्जिद गिरने से 20 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। भूकंप के बाद मस्जिद का मलबा चारों और बिखरा हुआ नजर आ रहा था। अभी भी कुछ लोग लापता बताए जा रहे हैं। क्योंकि मलबे के उठाने का पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। 
 
1000 से ज्यादा लोगों की मौत : बताया जा रहा है कि इसी दौरान यहां एक यूनिवर्सिटी की इमारत भी पूरी तरह तबाह हो गई। यहां भी कुछ लोगों के मरने की आशंका जताई जा रही है। मांडले की यह श्वे बोन शेइन ऐतिहासिक मस्जिद है।  उल्लेखनीय है कि पिछले 24 घंटे में म्‍यांमार में भूकंप के 15 से ज्‍यादा झटके लग चुके हैं। अब तक 1000 लोगों के मरने की जानकारी सामने आ रही है, जबकि 2300 से ज्‍यादा लोग घायल हैं। यूनाइटेड स्टेट जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) ने सैकडों लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका जाहिर की है। 
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Mandalay’s historic Shwe Boan Shein Mosque, in Myanmar destroyed. Dozen dead or missing inside. #earthquake pic.twitter.com/dBGiMeCHhx

— Anonymous (@YourAnonCentral) March 28, 2025 >
200 साल में सबसे शक्तिशाली भूकंप : म्यांमार की सैन्य सरकार ने कहा है कि मरने वालों का आंकड़ा 1 हजार को पार कर गया है, जबकि 2300 से ज्यादा लोग घायल हैं। बता दें कि म्यांमार में शुक्रवार की सुबह 11 बजकर 50 मिनट पर 7.7 तीव्रता का भूकंप आया। रिपोर्ट के मुताबिक 200 साल का सबसे बड़ा और सबसे ज्‍यादा तबाही वाला भूकंप है। भारी तबाही के चलते म्यांमार के 6 राज्यों और पूरे थाईलैंड में इमरजेंसी लगा दी गई है। भूकंप के बाद भारत ने म्यांमार को 15 टन राहत सामग्री की पहली खेप भेज दी है। इसे ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ नाम दिया गया है।
 
भूकंप के बाद म्यांमार ने इंटरनेट सेवा बंद कर दी है। जिसकी वजह से भूकंप से कई इलाकों में हुए नुकसान की जानकारी सामने नहीं आ पा रही है। ‘द ग्लोबल न्यू लाइट ऑफ म्यांमार’ नाम के एक सरकारी अखबार के मुताबिक कई इमारतें और पुल गिर गए हैं। जानकारी के मुताबिक भूकंप ने 334 परमाणु विस्फोट के बराबर एनर्जी पैदा की है। भूकंप के बाद आने वाले झटके कुछ महीनों तक रह सकते हैं।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala