चूहे पकड़ने के लिए रेलवे ने खर्च किए 10 लाख रुपए

बुधवार, 2 सितम्बर 2015 (12:59 IST)
इंडियन रेलवे अगर किसी जीव से सबसे ज्यादा परेशान रहती है तो वे हैं चूहे। जी हां भारतीय रेलवे ने चूहों से निजात पाने के लिए पिछले कई महीनों से अभियान चला रखा है। इन महीनों में रेलवे ने कुल 1,214 चूहे पकड़े में सफलता प्राप्त की है। इस दौरान भारतीय रेलवे ने चूहे को पकड़ने के लिए 10 लाख रुपए की राशि खर्च की है। 
 
आपको यह जानकर ताज्जुब होगा कि पकड़े गए चूहों को दिल्ली, चेन्नई, कोलकाता और मुंबई की यात्रा सबसे ज्यादा पसंद है। दरअसल कर्मचारियों ने जिन 12 ट्रेनों से सर्वाधिक चूहे पकड़े हैं, वह इन्हीं शहरों की तरफ जाने वाली ट्रेनें हैं।
 
चूहों को पकड़ने के लिए आउटसोर्स पर 10 कर्मचारियों की तैनाती की गई है जो रोजाना 12 ट्रेनों के 96 कोचों में रैट कैचर लगाकर चूहों को पकड़ते हैं। इन आठ महीनों में सबसे ज्यादा चूहे गोरखपुर-कोलकाता से पकड़े गए हैं।
 
वहीं अगर मुंबई और चेन्नई की ओर सफर कर रही ट्रेनों में चूहों की संख्या की बात करें तो वह भी कम नहीं है। एक कर्मचारी ने बताया कि इन शैतान चूहों को पकड़ना आसान नहीं होता। छोटे चूहे रैट कैच में तो आसानी से आ जाते हैं, लेकिन बड़े चूहे चकमा देकर भाग जाते हैं। 
 
चूहों को लेकर इंडियन रेलवे पिछले कुछ सालों से बहुत परेशान है। यात्रियों के सामान से लेकर यह रेलवे की संपत्ति को भी खूब नुकसान पहुंचाते हैं। ट्रेन व प्लेटफॉर्म में बैठे यात्रियों के सामान को ये चट कर जाते हैं। वहीं ट्रेन की सीटों के सीट कवर को कुतर-कुतर कर खराब कर देते हैं।
 
एसी कोच के बेडरोल को कुतरने में तो इन्होंने महारत हासिल कर रखी है। साथ ही कभी-कभी ये चूहे लाइट और पंखों के तार भी काट देते हैं। जिससे की यात्रियों को तमाम तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है।                     

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