सच यह है कि मैं पत्नी को समय नहीं दे पा रहा हूं, जब घर जाता हूं तो पत्नी गुस्से में ठाकुराइन बन जाती है, लेकिन मैं उन्हें मना लेता हूं, आप लोग मेरे घर के है ऐसे ही मना लूंगा।
उनकी पत्नी राजपूत चौहान हैं। आजकल मैं उनको समय नहीं दे पाता हूं, जिसके चलते वे गुस्से में ठाकुराइन बन जाती है, मगर मैं उन्हें मना ही लेता हूं, ऐसे ही मैं आपको भी मना लूंगा। अरुण गोविल का यह बयान अब सुर्खियां बन गया है। आशय यहलगाया जा रहा है कि उन्होंने विरोधियों को चित्त करने के लिए खुद को आधा ठाकुर बता दिया है।
अरुण गोविल के इस बयान से राजपूतों के उस खेमे में खलबली मच गई है, जो बीजेपी प्रत्याशी अरुण गोविल को हराने के लिए गठबंधन का समर्थन देने के लिए जगह-जगह पंचायत कर रहे हैं। योगीजी के आने के बाद वैसे लोगों की नाराजगी कुछ कम तो नजर आ रही है। उनका कहना है कि वोट सिर्फ योगीजी के कहने पर है, वे हमारे समाज के बड़े नेता हैं। विपक्ष अरुण गोविल की पत्नी के गांव का पता लगाकर इस बयान की सच्चाई को परखना चाहता है।