यूपी के गाजीपुर में वर्ष 1996 में सदर कोतवाली में मुख्तार अंसारी और भीम सिंह के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था। यह मामला एमपी-एमएलए कोर्ट में विचाराधीन था। अदालत ने भीम सिंह को भी 10 साल की सजा सुनाई है। इस मामले में 12 दिसंबर को ही जिरह और गवाही पूरी हो गई थी। अदालत ने फैसले के लिए 15 दिसंबर की तारीख तय की थी।
संघीय जांच एजेंसी ने नवंबर में प्रयागराज में अपने कार्यालय में पूछताछ के बाद उनके विधायक बेटे अब्बास अंसारी को भी गिरफ्तार कर लिया था। इससे पहले मुख्तार अंसारी के रिश्तेदार आतिफ रजा को गिरफ्तार किया गया था। ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाए जाने के बावजूद पेश न होने पर मुख्तार अंसारी की पत्नी अफसान अंसारी के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर भी जारी कराया था।
मुख्तार अंसारी के खिलाफ धन शोधन का मामला उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा दर्ज कई प्राथमिकियों से निकला है। इसके अलावा विकास कंस्ट्रक्शंस नामक कंपनी के खिलाफ दो प्राथमिकियां दर्ज की थीं जिसे अंसारी की पत्नी, आतिफ रजा समेत दो रिश्तेदार तथा अन्य लोग चला रहे थे।
मुख्तार अंसारी जमीन हथियाने, हत्या और वसूली समेत अन्य आरोपों पर उनके खिलाफ दर्ज कम से कम 49 आपराधिक मामलों के संबंध में ईडी की जांच के घेरे में हैं। वह हत्या के प्रयास और हत्या समेत कई मामलों में उत्तर प्रदेश में मुकदमों का सामना कर रहे हैं। ईडी ने इस साल मुख्तार अंसारी की 1.48 करोड़ रुपए की 7 अचल संपत्ति जब्त की थी।