ठाकरे ने सवाल किया कि जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में क्या हो रहा है? यह जलियांवाला बाग कांड की तरह है। उन्होंने कहा कि स्टूडेंट्स युवा बम की तरह हैं। अत: केन्द्र सरकार ऐसा कुछ नहीं करे, जिससे विद्यार्थी भड़कें।
सब कुछ सुनियोजित : दूसरी ओर, दक्षिण पूर्व दिल्ली के अतिरिक्त डीसीपी कुमार ज्ञानेश ने कहा कि ऐसा लगता है कि जामिया मिलिया में सब कुछ सुनियोजित था। यह इससे भी लगता है कि प्रदर्शनकारी आंसू गैस का असर कम करने के लिए उस पर गीले कंबल लाकर डाल रहे थे।