शहर भर में विभिन्न स्थानों पर प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं, जिसमें दही हांडी तोड़ने में सफल होने वाले गोविंदा समूहों को नकद पुरस्कार दिया जाता है। मानव पिरामिड बनाने के दौरान प्रतिभागियों के गिरने और घायल होने की आशंका बनी रहती है।
उन्होंने बताया कि 52 घायलों का इलाज राज्य सरकार और नगर निकाय अस्पतालों के बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) में किया जा रहा है। बीएमसी अधिकारियों ने बताया कि बृह्नमुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने गोविंदाओं के घायल होने की स्थिति में निकाय अस्पतालों में 125 बिस्तरों की व्यवस्था की है। भाषा Edited by: Sudhir Sharma