'नारकोटिक जिहाद' का मामला : केरल BJP ने कैथोलिक बिशप की सुरक्षा के लिए अमित शाह को लिखा पत्र

रविवार, 12 सितम्बर 2021 (23:12 IST)
तिरुवनंतपुरम। भारतीय जनता पार्टी की केरल इकाई ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर ‘लव नारकोटिक जिहाद’ वाला बयान देने वाले पाला बिशप जोसेफ कल्लारंगत और ईसाई समुदाय को सुरक्षा प्रदान करने का आग्रह किया है। भाजपा के प्रदेश महासचिव जॉर्ज कुरियन द्वारा 11 सितंबर को लिखे गए पत्र में दावा किया गया है कि बिशप की टिप्पणी ईसाइयों और हिन्दुओं के बीच असुरक्षा के भाव को दर्शाने वाली है।
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पत्र में यह भी कहा गया कि केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष वी डी सतीशन ने बिशप की कड़ी आलोचना की, जिसके चलते कुछ कथित 'चरमपंथियों' ने बिशप के घर जाकर उन्हें पीटने की धमकी दी। कुरियन ने पत्र में कहा कि इन परिस्थितियों में, मैं आपसे (शाह) अनुरोध करता हूं कि कृपया इस मामले में हस्तक्षेप करें और बिशप तथा ईसाई समुदाय को सुरक्षा प्रदान करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करें।
 
क्या दिया था बयान :  जिले के एक चर्च में श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए बिशप जोसेफ कल्लारंगत ने कहा था कि ‘लव जिहाद’ के तहत गैर मुस्लिम, विशेषकर ईसाई समुदाय की लड़कियों को बड़े स्तर पर प्रेमजाल में फंसाकर उनका धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है और आतंकवाद जैसे कृत्यों के लिए उनका इस्तेमाल किया जा रहा है।कल्लारंगत ने हाल में बयान दिया था कि ईसाई लड़कियां केरल में कथित ‘लव और नारकोटिक जिहाद’ का शिकार हो रही हैं और जहां भी हथियारों का इस्तेमाल नहीं हो सकता, वहां युवाओं को बर्बाद करने के लिए ऐसे तरीके अपनाए जा रहे हैं।
 
कांग्रेस-भाजपा में जुबानी जंग : इस बयान पर सियासत गरमाने के बाद मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को कहा कि जिम्मेदार पदों पर बैठे लोगों को ऐसे बयान नहीं देने चाहिए, जिससे समाज में विभाजन पैदा हो। कैथोलिक बिशप जोसेफ कल्लारंगत के कथित ‘लव और नारकोटिक जिहाद’ संबंधी विवादास्पद बयान पर कांग्रेस और भाजपा के बीच छिड़ी जुबानी जंग रविवार को तेज हो गई। कांग्रेस ने कहा कि वह नहीं चाहती कि संघ परिवार यहां पकड़ मजबूत करे जबकि भाजपा ने दावा किया कि माकपा और कांग्रेस इस मुद्दे पर बिशप को अलग-थलग कर रहे हैं।
 
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के. मुरलीधरन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पार्टी बिशप पर हमला नहीं बोल रही बल्कि एक भूल की ओर संकेत कर रही है कि दक्षिणी राज्य में शराब और मादक पदार्थ माफिया के इस्तेमाल का दोष किसी एक धार्मिक समुदाय को नहीं दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसी बात पर बिशप की टिप्पणियों से कांग्रेस की राय मेल नहीं खाती और पार्टी राज्य में सांप्रदायिक सौहार्द चाहती है, वह नहीं चाहती कि संघ परिवार यहां पर अपनी पकड़ मजबूत करे।
 
मुरलीधरन की टिप्पणियों के जवाब में भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने कहा कि बिशप की टिप्पणी आतंकवाद के खिलाफ थी लेकिन इससे ‘कांग्रेस और माकपा को तकलीफ हुई’ और वे अब हर ओर से बिशप पर निशाना साध रहे हैं जो अस्वीकार्य है।
 
एसएनडीपी नेता वेलापल्ली नातेसन के 84वें जन्मदिन पर संवाददाताओं को संबोधित करते हुए सुरेंद्रन ने आरोप लगाया कि दोनों पार्टियों की प्रतिक्रिया से संकेत मिलता है कि कांग्रेस और माकपा अपनी वोट बैंक की राजनीति के तहत धार्मिक आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और माकपा के हमलों के खिलाफ भाजपा बिशप को पूरा सहयोग देगी।
 
इससे पहले मुरलीधरन ने कहा था कि ऐसे मुद्दे नहीं होने चाहिए और धार्मिक समूहों के बीच कोई भी मतभेद साथ बैठकर सुलझाया जाना चाहिए।

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