प्रधानमंत्री ने कहा कि 11 सितंबर की 2 छवियां हैं। एक, 2001 में विनाश की और दूसरी, 1893 में स्वामी विवेकानंद के संदेश की। अगर हमने स्वामीजी के संदेश पर अमल किया होता तो इतिहास कभी ऐसे कायरतापूर्ण कृत्यों का साक्षी नहीं होता, जो हमने 11 सितंबर 2001 को अमेरिका में देखा।