प्रधानमंत्री ने कहा था कि गाय को हमारे यहां 'मां' मानते हैं, उससे लोगों की भावनाएं जुड़ी हैं, लेकिन यह समझना होगा कि गौरक्षा के लिए कानून हैं और इसे तोड़ना विकल्प नहीं है। कानून व्यवस्था को बनाए रखना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है और जहां भी ऐसी घटनाएं हो रही हैं, राज्य सरकारों को इनसे सख्ती से निपटना चाहिए। इससे पहले भी प्रधानमंत्री ने गौरक्षा के नाम पर हिंसा की निंदा की थी।
रिजवी ने यह भी कहा कि देश में अल्पसंख्यकों को सरकारी योजनाओं का फायदा नहीं मिल पाने की एक बड़ी वजह लोगों में जागरूकता की कमी है। बहुत सारे लोगों को सरकारी योजनाओं के बारे में पता ही नहीं है इसलिए वे लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। हम जागरूकता बढ़ाने की कोशिश करेंगे तथा सम्मेलनों और संगोष्ठियों का आयोजन करके लोगों को जागरूक बनाने का प्रयास करेंगे। (भाषा)