मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से लखनऊ में 'कृषि कुंभ' को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने को लेकर प्रतिबद्ध है और कृषि लागत को कम से कम करने के लिए अनेक कदम उठाए गए हैं ताकि किसानों की आय बढ़ सके। देश में सिंचाई पर खर्च में कमी लाने के लिए निकट भविष्य में बड़े पैमाने पर खेतों में सोलर पंप लगाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि सरकार विज्ञान का लाभ कृषि को देने का प्रयास कर रही है और इसी को ध्यान में रखकर वाराणसी में चावल अनुसंधान केंद्र की स्थापना की जा रही है। देश को आगे ले जाने में किसानों की बड़ी भूमिका होगी। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन से किसानों को नई तकनीक की जानकारी मिलेगी तथा कृषि क्षेत्र में नए अवसर मिलेंगे।
प्रधानमंत्री ने कृषि उत्पादों में मूल्य संवर्द्धन पर जोर देते हुए कहा कि इस सिलसिले में खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में कई कदम उठाए गए हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि हरित क्रांति के बाद दूध उत्पादन, शहद उत्पादन, पोल्ट्री और मत्स्य पालन पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कृषि में जल संसाधन का समझदारी से उपयोग, भंडारण में बेहतर प्रौद्योगिकी, कृषि में नवीनतम तकनीक के उपयोग आदि पर कृषि कुंभ में चर्चा की जानी चाहिए। फसलों के अवशेष जलाने से रोकने के लिए नई प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जाना चाहिए।