इससे पहले राजग के घटक दलों के नेताओं ने मोदी को गठबंधन का नेता चुने जाने और अपने समर्थन का पत्र राष्ट्रपति को सौंपा। इससे पूर्व संसद के केंद्रीय कक्ष में राजग संसदीय दल की बैठक में मोदी को पुन: नेता चुना गया। इसके कुछ ही देर बाद मोदी राष्ट्रपति भवन गए और सरकार बनाने का दावा पेश किया, इस पर राष्ट्रपति ने उन्हें नई सरकार बनाने का न्योता दिया।
राजग के प्रतिनिधिमंडल में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, शिरोमणि अकाली दल के नेता प्रकाशसिंह बादल, जनता दल (यू) के प्रमुख नीतीश कुमार, लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष रामविलास पासवान, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, अन्नाद्रमुक नेता के. पलानीसामी, नेशनल पीपुल्स पार्टी के नेता कोनार्ड संगमा तथा नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोगेसिव पार्टी के नेता नेफियू रियो, भाजपा के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज तथा नितिन गडकरी शामिल थे।
मोदी ने 17वीं लोकसभा के चुनाव संपन्न होने और परिणाम आने के बाद शु्क्रवार को राष्ट्रपति से मिलकर उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया था। राष्ट्रपति ने उनसे नई सरकार के गठन तक पद पर बने रहने का अनुरोध किया था। इस बीच मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा तथा दोनों चुनाव आयुक्त ने कोविंद से शनिवार को मिलकर 17वीं लोकसभा के नवनिर्वाचित सदस्यों की सूची सौंपी थी।
इसके बाद शिरोमणि अकाली दल के नेता प्रकाश सिंह बादल ने मोदी को राजग संसदीय दल का नेता चुनने का प्रस्ताव पेश किया। जनता दल (यू) के प्रमुख एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, लोक जनशक्ति पार्टी प्रमुख रामविलास पासवान, अन्नाद्रमुक के नेता एवं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ईके पलानीसामी, नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी के प्रमुख एवं नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफियू रियो तथा नेशनल पीपुल्स पार्टी के प्रमुख एवं मेघालय के मुख्यमंत्री कोनार्ड संगमा ने प्रस्ताव का अनुमोदन किया।
इसके बाद राजग के नवनिर्वाचित सांसदों ने दोनों हाथ उठाकर तथा मेजें थपथपाकर इसका समर्थन किया। अपना दल, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी तथा राजग के अन्य घटक दलों की ओर से भी मोदी को नेता चुनने के समर्थन में पत्र भेजे गए थे। (भाषा)