नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि की वजह से फसलों को हुए नुकसान पर किसानों को तत्परता के साथ यथासंभव मदद देने का रविवार को वादा किया और कहा कि स्थिति का बारीकी से अध्ययन किया जा रहा है।
मोदी ने रविवार को आकाशवाणी पर ‘मन की बात’ कार्यक्रम में किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि इस बार बेमौसम बरसात हुई और ओले गिरे। एक प्रकार से महाराष्ट्र के ऊपर के सभी राज्यों में यह मुसीबत आई। हर जगह किसान परेशान हो गए। छोटे किसानों का तो सबकुछ तबाह हो गया, जो इतनी कड़ी मेहनत करके सालभर अपना गुजारा करता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि संकट की इस घड़ी में, मैं आपके साथ हूं। मेरी सरकार के सभी विभाग राज्यों के साथ संपर्क में स्थिति का बारीकी से अध्ययन कर रहे हैं। केंद्रीय मंत्री भी निकले हैं, जो हर राज्य की स्थिति का जायजा लेंगे।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकारों को भी मैंने कहा है कि केंद्र और राज्य मिलकर मुसीबत में फंसे हुए सभी किसानों की जितनी ज्यादा मदद कर सकते हैं, करें।
मोदी ने कहा कि मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि सरकार पूरी संवेदना के साथ संकट की इस घड़ी में पूरी तत्परता के साथ आपकी मदद करेगी। जो भी मदद हो सकती है, की जाएगी।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भाजपा शासित राजस्थान और हरियाणा में बेमौसम बारिश से हुए नुकसान का जायजा लिया था और किसानों को हुए नुकसान के लिए समय पर उन्हें मुआवजा दिए जाने की मांग उठाई थी।
मोदी ने रविवार को अपने कार्यक्रम में किसानों के कल्याण के लिए उनकी सरकार द्वारा शुरू की गई पहलों के बारे में बात की और भूमि अधिग्रहण कानून में प्रस्तावित संशोधनों का बचाव किया।
उन्होंने कहा कि सरकार ने ‘मृदा स्वास्थ्य कार्ड’ शुरू किया है जिसका उद्देश्य भूमि की जांच कर उसकी पैदावार बढ़ाना है।
मोदी ने कहा कि किसानों की समस्याओं के समाधान के रास्ते खोजने के लिए राज्य सरकारों को और केंद्र सरकार के सभी विभागों को और अधिक सक्रिय किया जाएगा। (भाषा)