कठुआ, उन्नाव मामले पर मोदी बोले - 'बेटियों को मिलेगा न्याय'
शुक्रवार, 13 अप्रैल 2018 (22:38 IST)
नई दिल्ली। कठुआ और उन्नाव बलात्कार मामले पर चुप्पी के लिए विपक्ष के हमलों का सामना कर रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इन घटनाओं पर आज पहली बार अपने सार्वजनिक बयान देते हुए कहा कि ऐसी घटनाएं निश्चित तौर पर सभ्य समाज के लिए शर्मनाक हैं और इन मामलों में कोई भी अपराधी नहीं बचेगा तथा न्याय होकर रहेगा।
उधर, कठुआ मामले के आरोपियों के समर्थन में हिंदू एकता मंच के कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले जम्मू कश्मीर सरकार में शामिल भाजपा के दो मंत्रियों ने आलोचनाओं के बीच अपना इस्तीफा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सत शर्मा को सौंप दिया।
वहीं, कठुआ मामले में पीड़ित बच्ची की पहचान का खुलासा करने पर दिल्ली उच्च न्यायालय ने कड़ा रुख अपनाते हुए 12 मीडिया घरानों को नोटिस जारी करते हुए कहा कि आगे से उसकी पहचान जाहिर ना की जाए। इसी मामले में उच्चतम न्यायालय ने वकीलों द्वारा न्यायिक प्रक्रिया बाधित करने को गंभीरता से लिया और यह कहते हुए स्वत: संज्ञान लेकर एक मामला शुरू किया कि इस तरह से बाधा डालने से ‘न्याय व्यवस्था प्रभावित होती है।’
इस बीच, 12 साल से कम उम्र की बच्चियों से बलात्कार के मामले में 'मौत की सजा' का प्रावधान करने के लिए महिला एवं बाल विकास मंत्रालय यौन उत्पीड़न से बाल सुरक्षा (पॉक्सो) एक्ट में संशोधन के लिए सोमवार को एक कैबिनेट नोट पेश करेगा।
दिल्ली के अलीपुर में डॉ. आंबेडकर राष्ट्रीय स्मारक के उद्घाटन के दौरान मोदी ने कहा, ‘जिस तरह की घटनाएं हमने बीते दिनों में देखी हैं, वो सामाजिक न्याय की अवधारणा को चुनौती देती हैं। पिछले दो दिनों से जो घटनाएं चर्चा में हैं वह निश्चित रूप से किसी भी सभ्य समाज के लिए शर्मनाक हैं।’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘एक समाज के रूप में, एक देश के रूप में हम सब इसके लिए शर्मसार हैं।’
उन्होंने कहा, ‘हमारी बेटियों को न्याय मिलेगा।’ मोदी ने कहा, ‘देश के किसी भी राज्य में, किसी भी क्षेत्र में होने वाली ऐसी वारदातें हमारी मानवीय संवेदनाओं को झकझोर देती हैं। मैं देश को विश्वास दिलाना चाहता हूँ की कोई अपराधी बचेगा नहीं, न्याय होगा और पूरा होगा। कोई अपराधी नहीं बचेगा।’
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस सहित विभिन्न विपक्षी दलों ने उत्तरप्रदेश और जम्मू कश्मीर में बलात्कार की इन घटनाओं को लेकर सरकार पर तीखा हमला बोला है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी ने कल रात इंडिया गेट पर इन घटनाओं के खिलाफ कैंडल मार्च निकाला था, जिसमें प्रियंका गांधी भी शामिल हुई थीं।
बहरहाल, मोदी ने कहा, ‘हमारे समाज की इस आंतरिक बुराई को खत्म करने का काम, हम सभी को मिलकर करना होगा।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने तो लाल किले से बोलने का साहस किया था कि देर से आने पर लड़की से नहीं, लड़कों से पूछो कि इतनी देर कहां थे क्योंकि जो ऐसे जघन्य अपराध करता है, वह किसी न किसी का बेटा होता है। उन्होंने कहा, ‘हमें पारिवारिक व्यवस्था, सामाजिक मूल्यों से लेकर न्याय व्यवस्था तक, सभी को इसके लिए मजबूत करना होगा, तभी हम बाबा साहेब के सपनों का भारत बना पाएंगे, न्यू इंडिया बना पाएंगे।’
उत्तर प्रदेश के उन्नाव बलात्कार मामले में भाजपा के एक विधायक कुलदीप सिंह सेंगर आरोपी हैं। इस बीच, कठुआ बलात्कार एवं हत्या मामले के आरोपियों के समर्थन में एक रैली में हिस्सा लेने को लेकर निशाने पर आए जम्मू कश्मीर सरकार में शामिल भाजपा के दो मंत्रियों-चौधरी लाल सिंह (वन मंत्री) और उद्योग मंत्री चंद्र प्रकाश ने आज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सत शर्मा को अपने इस्तीफे सौंप दिए।
शर्मा ने कहा, ‘हां, दोनों मंत्रियों ने मुझे अपने इस्तीफे सौंप दिए हैं।’ यह पूछे जाने पर कि क्या वह इस्तीफों को मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को भेजेंगे तो शर्मा ने कहा, ‘हम इस पर और अन्य मुद्दों पर कल पार्टी की विधायक दल की बैठक में चर्चा करेंगे।’ रैली में शामिल होने को लेकर जम्मू कश्मीर में विपक्षी नेशनल कान्फ्रेंस और कांग्रेस ने मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से दोनों मंत्रियों को बर्खास्त करने की मांग की थी।
इस बीच, दिल्ली उच्च न्यायालय ने जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में सामूहिक बलात्कार के बाद मार दी गयी बच्ची की पहचान जाहिर करने के मामले में आज 12 मीडिया हाउसों को नोटिस जारी करते हुए कहा कि आगे से उसकी पहचान जाहिर ना की जाए। मीडिया में आयी खबरों पर स्वत: संज्ञान लेते हुए उच्च न्यायालय ने कहा कि यह बहुत ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ और ‘बहुत दुखद’ है कि पीड़िता की तस्वीरें भी प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में आ रही हैं।
कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश गीता मित्तल और न्यायमूर्ति सी. हरि शंकर की पीठ ने प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में आयी खबरों का स्वत: संज्ञान लेते हुए मीडिया हाउसों से जवाब मांगा है कि इस मामले में उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जाए। अदालत ने मीडिया हाउसों को निर्देश दिया है कि वह आगे से बच्ची का नाम, उसकी तस्वीर, स्कूल का नाम या उसकी पहचान जाहिर करने वाली किसी भी सूचना को प्रकाशित प्रसारित करने से बचें।
पीठ ने कहा कि भारतीय दंड संहिता और पॉक्सो कानून में ऐसे प्रावधान हैं जो ऐसी सूचनाओं के प्रकाशन/प्रसारण को निषिद्ध करते हैं जो बच्चों सहित यौन अपराध से पीड़ित व्यक्ति की प्रतिष्ठता और निजता को प्रभावित करता हो। वहीं, उच्चतम न्यायालय ने कठुआ में नन्ही बच्ची से सामूहिक बलात्कार और हत्या के मामले में वकीलों द्वारा न्यायिक प्रक्रिया बाधित करने को आज गंभीरता से लिया।
न्यायालय ने कहा कि बार एसोसिएशनों का यह कर्तव्य है कि आरोपियों या पीड़ित परिवारों की पैरवी करने वाले वकीलों के काम में बाधा नहीं डाली जाए। प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा, न्यायमूर्ति ए एम खानविलकर और न्यायमूर्ति धनन्जय वाई चन्द्रचूड़ की तीन सदस्यीय खंडपीठ ने बार काउन्सिल ऑफ इंडिया, जम्मू कश्मीर बार काउन्सिल, जम्मू उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन और कठुआ जिला बार एसोसिएशन को नोटिस जारी किए। इन सभी से 19 अप्रैल तक जवाब मांगे गए हैं। पीठ ने कहा, ‘हमारे विचार से कोई भी वकील मामले में आरोपियों या पीड़ित परिवार की पैरवी करने वाले वकीलों को रोक नहीं सकता।’
इस घटना में जम्मू कश्मीर के कठुआ जिले के निकट एक गांव में अपने घर के पास खेल रही यह बच्ची दस जनवरी को लापता हो गयी थी। एक सप्ताह बाद उसी इलाके में बच्ची का शव मिला था। पुलिस की अपराध शाखा ने इस मामले की जांच की और सात आरोपियों के खिलाफ मुख्य आरोप पत्र दाखिल किया जबकि इस सप्ताह के प्रारंभ में एक किशोर के खिलाफ कठुआ की एक अदालत में अतिरिक्त आरोप पत्र दाखिल किया।
वहीं इस मामले में देशभर में उत्पन्न जनाक्रोश के बीच केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि कठुआ बलात्कार पीड़िता के परिवार को न्याय मिलना चाहिए। सिंह ने यह भी कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से बातचीत की है।
उधर, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हिंसा को लेकर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि इस मामले में उनकी चुप्पी अस्वीकार्य है और भारत उनके बोलने का इंतजार कर रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष ने एक दिन पहले ही कठुआ और उन्नाव की बलात्कार की घटनाओं के विरोध में देर रात को इंडिया गेट तक मार्च निकाला था।
उन्होंने तब कहा था कि प्रधानमंत्री को ‘बेटी बचाओ’ के नारे पर कुछ करके दिखाना होगा। आज ट्विटर पर प्रधानमंत्री पर सीधा निशाना साधते हुए राहुल ने कहा कि बलात्कार और हत्या के आरोपियों को सरकार क्यों बचा रही है। उन्होंने कहा, ‘श्रीमान प्रधानमंत्री जी, आपकी चुप्पी अस्वीकार्य है।’ राहुल ने हैशटैग ‘स्पीकअप’ का इस्तेमाल करते हुए लिखा, ‘1. महिलाओं और बच्चों के खिलाफ बढ़ती हिंसा के बारे में आप क्या सोचते हैं?’ ‘2. बलात्कार और हत्याओं के आरोपियों को सरकार क्यों बचाती है?’ ‘भारत इंतजार कर रहा है।’
जम्मू कश्मीर में एक बच्ची से बलात्कार और उसकी हत्या किए जाने की घटना को काफी दुखदायी करार देते हुए केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने 12 वर्ष से कम उम्र की बच्चियों से बलात्कार के लिए मौत की सजा की वकालत की है और पॉक्सो एक्ट में संशोधन का प्रस्ताव दिया है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के चंदौली में कहा कि उनका मंत्रालय यौन उत्पीड़न से बाल सुरक्षा (पॉक्सो) एक्ट में संशोधन के लिए सोमवार को एक कैबिनेट नोट पेश करेगा।
फिलहाल पॉक्सो कानून के तहत मौत की सजा का प्रावधान नहीं है। यौन हमले के लिए अधिकतम आजीवन कारावास की सजा दी जा सकती है। कांग्रेस कठुआ और उन्नाव बलात्कार कांडों के विरुद्ध अपना विरोध प्रदर्शन आगे बढ़ाने में जुट गयी है और उसने देशभर में सभी प्रदेशों और जिला मुख्यालयों में अपने कार्यकर्ताओं से पीड़िताओं के लिए इंसाफ की मांग करते हुए ऐसा ही प्रदर्शन करने को कहा है।
सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को महिलाओं की सुरक्षा के समर्थन में ऐसा ही प्रदर्शन करने का निर्देश दिया है। उन्होंने बताया कि पार्टी महासचिव (संगठन) अशोक गहलोत ने सभी प्रदेश कांग्रेस प्रमुखों को हर राज्य में पार्टी कार्यकर्ताओं को एकजुट कर राज्य एवं जिला मुख्यालयों पर कैंडल लाइट मार्च निकालने को कहा है।
उत्तर प्रदेश में पिछले साल 17 साल की एक लड़की से भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने कथित रुप से बलात्कार किया था। जब पीड़िता ने लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निवास के बाहर आत्मदाह का प्रयास किया तब यह मामला सामने आया। इस बीच, दोनों मामलों को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रही भाजपा ने आज कहा कि इन घटनाओं में शामिल लोगों को कड़ी सजा दी जानी चाहिए। पार्टी ने दावा किया कि पुलिस ने इन दोनों मामलों में तेजी से कार्रवाई की।
भाजपा प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने कठुआ बलात्कार एवं हत्या मामले में पुलिस जांच के खिलाफ रैली में शामिल होने वाले पार्टी के दो मंत्रियों का बचाव करते हुए कहा कि इन्हें प्रदर्शन में शामिल होने को लेकर ‘गुमराह’ किया गया था। हालांकि विभिन्न राजनीतिक दलों ने उनके इस बयान को लेकर उनकी आलोचना की।
वहीं जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एस पी वैद ने कठुआ मामले में कहा कि पीड़िता के परिवार के सदस्यों और मामले के गवाहों को संरक्षण प्रदान करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे। मामले की सीबीआई जांच की कुछ लोगों की मांग पर पुलिस महानिदेशक ने कहा, ‘केवल वे (सीबीआई जांच की मांग करने वाले) ही इसका जवाब दे सकते हैं। उनका जम्मू कश्मीर की उसी पुलिस पर भरोसा क्यों नहीं है जो कश्मीर में एक जंग लड़ रही है।’
वैद ने कहा कि राज्य अपराध शाखा द्वारा की गई जांच से वह संतुष्ट हैं। जम्मू-कश्मीर में सत्तारूढ़ पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) का नेतृत्व कल बैठक कर मामले के बाद पैदा हुए हालात की समीक्षा करेगा। पीडीपी के सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती इस बैठक की अध्यक्षता करेंगी और वह भाजपा से यह कह सकती हैं कि वह अपने मंत्रियों लाल सिंह और चंद्र प्रकाश गंगा को इस्तीफा देने के लिए कहें। जम्मू-कश्मीर में पीडीपी और भाजपा की गठबंधन सरकार है। उधर, जम्मू कश्मीर के उप मुख्यमंत्री और राज्य भाजपा के वरिष्ठ नेता निर्मल सिंह ने मामले में पुलिस की अपराध शाखा द्वारा की गई जांच को सही ठहराया है।
कठुआ बलात्कार और हत्या मामले को लेकर बॉलीवुड ने भी गुस्सा जताया। बॉलीवुड स्टार संजय दत्त, प्रियंका चोपड़ा और रितिक रोशन ने कठुआ बलात्कार और हत्या मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए जल्द न्याय देने की मांग की है। आलिया भट्ट, अनुष्का शर्मा, कल्कि कोचलीन और आयुष्मान खुराना ने भी ट्विटर पर इस जघन्य अपराध को लेकर रोष जताया।
अभिनेता रितिक रोशन ने एक ट्वीट में कहा, 'क्या यह मनुष्य का काम है? मेरा दिल टूट गया कि मनुष्य इस तरह के जघन्य अपराध करने में सक्षम है।' आयरलैंड में ‘क्वांटिको’ की शूटिंग कर रही अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने कहा, 'और कितने बच्चों की कुर्बानी धर्म और राजनीति के आधार पर होगी?' अभिनेत्री आलिया भट्ट ने ट्वीट किया, 'विश्वास नहीं हो रहा कि ऐसा हो रहा है! यह सब सुनकर स्तब्ध और दु:खी हूं। विश्वास है कि न्याय होगा।'
अभिनेता संजय दत्त ने इस घटना को ‘समाज’ की विफलता बताया है। तमिलनाडु में सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक और अभिनेता से सियासतदां बने तथा मक्कल निधि मय्यम के संस्थापक कमल हासन ने जम्मू कश्मीर के कठुआ में आठ साल की नन्हीं बच्ची से बलात्कार और हत्या की घटना पर दुख जताया है।
तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री और अन्नाद्रमुक के संयोजक ओ पनीरसेल्वम ने महिलाओं को ‘देश की आंखें’ बताया और इस अपराध में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी सजा की मांग की। एमएनएम के संस्थापक हासन ने ट्वीट किया, ‘इसे समझने के लिए उसे आपकी बेटी होना चाहिए। वह मेरी बेटी हो सकती है।’
उन्होंने कहा, ‘मेरी बच्ची मुझे माफ करना। हम आपके लिए इस देश को पर्याप्त सुरक्षित नहीं बना सके। मैं आपके जैसे भविष्य के बच्चों के लिए कम से कम न्याय के लिए तो लड़ूंगा। हमें आपके लिए पीड़ा है और आपको नहीं भूलेंगे।’ केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने भी इन मामलों की निंदा की है।