NASA की सैटेलाइट तस्वीरों ने बताई फानी की भयानकता, हाई अलर्ट पर सेनाएं
गुरुवार, 2 मई 2019 (20:00 IST)
चक्रवात फानी भारत के पूर्वी तट के साथ-साथ उत्तर की ओर आगे बढ़ रहा है। फानी के खतरे को देखते हुए सेनाओं को भी अलर्ट पर रखा है। इस बीच नासा ने फानी की तस्वीरें जारी करते हुए उसकी भारत में उसकी मौजूदगी को दर्शाया है। रेलवे ने ‘फानी’ के कारण बीते दो दिन में करीब 89 ट्रेनों को रद्द किया है। किसी भी संभावित घटना से निपटने के लिए नौसेना, वायुसेना, सेना और तटरक्षक बल को हाई अलर्ट पर रखा गया है। डीजीसीए के मुताबिक चक्रवात फानी के कारण से 3 मई को भुवनेश्वर हवाई अड्डे से आने और जाने वाली उड़ानों को रद्द कर दिया गया है।
NASA नासा के उपग्रहों एक्वा और टेरा ने चक्रवात की उपस्थिति दर्ज की है, जो भारत के पूर्वी तट के साथ-साथ उत्तर की ओर आगे बढ़ रहा है। अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अपने एक ब्लॉग में कहा कि उपग्रहों ने चक्रवात फानी की तस्वीरें मुहैया कराई हैं।
उसने कहा कि फानी 30 अप्रैल और 1 मई को उत्तरी हिन्द महासागर के माध्यम से उत्तर की ओर आगे बढ़ रहा था, जब एक्वा और टेरा उपग्रहों ने इसकी तस्वीरें मुहैया कराई थीं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने चक्रवात फानी के शुक्रवार को ओडिशा पहुंचने का पूर्वानुमान लगाया है।
आठ लाख लोगों को सुरक्षित बचाने की चुनौती : ओडिशा सरकार ने एहतियाती तौर पर राज्य के निचले इलाकों से करीब 8 लाख लोगों को हटाकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने का इंतजाम किया है। आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में चक्रवात का प्रभाव पड़ने की संभावना है।
एनसीएमसी ने की तैयारियों की समीक्षा : आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए देश की शीर्ष संस्था राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) ने बुधवार को चक्रवात ‘फानी’ की तैयारियों की समीक्षा की थी।
ओडिशा में बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान ‘फानी’ के पूर्वी तट की ओर मुड़ने के कारण तटीय इलाकों के निचले क्षेत्रों से 8 लाख लोगों को निकालने के लिए बुधवार को एक व्यापक अभियान शुरू किया गया।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के एक हालिया बुलेटिन के मुताबिक ओडिशा में पुरी से करीब 430 किलोमीटर दूर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम, पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी, आंध्रप्रदेश में विशाखापत्तनम से 225 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व और पश्चिम बंगाल के दीघा में 650 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में फानी चक्रवात केन्द्रित है।
विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) बीपी सेठी ने बताया कि इसके उत्तर-पूर्व की ओर मुड़ने और पुरी के निकट ओडिशा तट को 3 मई की शाम अधिकतम 170-180 किलोमीटर प्रतिघंटे हवा की रफ्तार से पार करने की आशंका है। उन्होंने बताया कि इसकी रफ्तार 200 किलोमीटर प्रतिघंटे तक जा सकती है।
एसआरसी ने बताया कि चेन्नई, विशाखापतनम और मछलीपट्टनम में स्थित डॉप्लर मौसम रडार के जरिए चक्रवात का पता लगाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि तटीय जिलों के निचले और चपेट में आने वाले क्षेत्रों के लोगों को 880 चक्रवात केंद्रों, स्कूल और कॉलेज की इमारतें और अन्य ठिकानों जैसे सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है। एसआरसी के मुताबिक 8 लाख लोगों को निकालने का काम देश में अब तक का सबसे बड़ा खाली कराने वाला अभियान है।
14 जिले हो सकते हैं प्रभावित : पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, बालासोर, भद्रक, गंजम, खुर्दा, जाजपुर, नयागढ़, कटक, गजपति, मयूरभंज, ढेंकानाल और क्योंझर के चक्रवात की चपेट में आने की आशंका है। साथ ही आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में चक्रवात का प्रभाव पड़ने की संभावना है।
अलर्ट पर सेनाएं : एक अधिकारी ने बताया कि किसी भी संभावित घटना से निपटने के लिए नौसेना, वायुसेना, सेना और तटरक्षक बल को हाई अलर्ट पर रखा गया है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), ओडिशा आपदा रैपिड एक्शन फोर्स (ओडीआएएएफ) और दमकल जवानों को प्रशासन की मदद के लिए संवेदनशीन क्षेत्रों में भेजा गया है।
रद्द ट्रेनों के पैसे वापस करेगा रेलवे : रेलवे ने‘अत्यंत गंभीर’ चक्रवात तूफान ‘फानी’ के कारण बीते दो दिन में करीब 89 ट्रेनों को रद्द किया गया है जबकि प्रभावित क्षेत्रों में फंसे यात्रियों को निकालने के लिए तीन विशेष ट्रेनें सेवा में लगाई गई हैं।
रेलवे ने कहा कि अगर प्रस्तावित यात्रा के तीन दिन के भीतर टिकट रद्द करने के लिए पेश किया जाता है तो वह यात्रियों को रद्द ट्रेन या रूट बदलने वाली ट्रेन के लिए पूरा पैसा वापस करेगा। रेलवे ने बुधवार को 81 ट्रेनें रद्द की हैं।
रद्द ट्रेनों में हावड़ा-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस, पटना-एनार्कुलम एक्सप्रेस, नई दिल्ली-भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस, हावड़ा-हैदराबाद ईस्ट कोस्ट एक्सप्रेस, भुवनेश्वर- रामेश्वरम एक्सप्रेस शामिल हैं।
नई दिल्ली-भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस, नई दिल्ली-पुरी नंदन कानन एक्सप्रेस, पुरी-नई दिल्ली पुरुषोत्तम एक्सप्रेस और नई दिल्ली-पुरी पुरुषोत्तम एक्सप्रेस ट्रेनों, जिन्हें गुरुवार को अपनी यात्रा शुरू करनी थी, को रद्द करना पड़ा।
सभी जोनों के प्रबंधकों को निर्देश : रेलवे ने सभी जोनों के संभागीय प्रबंधकों को निर्देश जारी किये कि भद्रक (ओडिशा)-विशाखापट्टनम खंड की दोनों दिशाओं में यात्रियों को ट्रेनें रद्द किए जाने, गंतव्य से पहले यात्रा खत्म किए जाने और ट्रेनों का मार्ग बदलने जाने के बारे में जानकारी हेतु महत्वपूर्ण स्टेशनों पर बार बार घोषणाएं की जाएं। रेलवे ने अब तक प्रभावित क्षेत्रों से यात्रियों को लाने के लिए तीन पर्यटक विशेष ट्रेनों की घोषणा की है।
एक विशेष ट्रेन दिन में 12 बजे पुरी से शुरू होगी जो कोलकाता के शालीमार की तरफ जाएगी। इसमें आरक्षित एवं अनारक्षित डिब्बे हैं। यह ट्रेन खुर्दा रोड, भुवनेश्वर, कटक, जाजपुर, केन्दुझार रोड, भद्रक, बालेश्वर और खड़गपुर स्टेशन पर रुकेगी। दो अन्य विशेष ट्रेनें पुरी से हावड़ा जाएंगी।
हेल्पलाइन के जरिए मदद : रेलवे ने निर्देश दिया था कि सभी प्रमुख स्टेशनों के स्टॉलों पर सूखे खाने का सामान, ‘जनता खाना’ और पीने के पानी की बोतलों को पर्याप्त संख्या में उपलब्ध कराया जाए। रेलवे ने कहा कि आपातकाल नियंत्रण विभाग 24 घंटे काम कर रहा है और वह हेल्पलाइन नंबर के जरिए यात्रियों की मदद कर रहा है। किसी भी कर्मचारी को अगले तीन दिन छुट्टी पर नहीं जाने को कहा गया है।