मायावती ने मुसलमानों को ‘गद्दार’ बताया : नसीमुद्दीन

गुरुवार, 11 मई 2017 (16:36 IST)
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी से निष्कासन के एक दिन बाद नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने पार्टी सुप्रीमो मायावती पर आरोप लगाया कि उन्होंने संपत्ति बेचकर पचास करोड़ रुपए देने के लिए कहा था और 2017 के विधानसभा चुनाव के बाद मुसलमानों को ‘गद्दार’बताया था।
 
नसीमुद्दीन ने यहां एक प्रेस वार्ता में आरोप लगाया कि पार्टी महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा एंड कंपनी मायावती और उनके भाई आनंद के साथ मिलकर पार्टी को खत्म करना चाहते हैं, क्योंकि वे जानती हैं कि अब वे उत्तरप्रदेश की मुख्यमंत्री तो दूर राज्यसभा की सदस्य भी नहीं बन सकतीं। इसलिए वे चाहती हैं कि पार्टी समाप्त हो जाए ताकि दलित समाज की वे पहली और आखिरी मुख्यमंत्री के रूप में दर्ज हों और कोई अन्य दलित कभी प्रदेश का मुख्यमंत्री न बन पाए। उन्होंने मायावती के लोगों से अपनी और अपने परिवार की जान को खतरा बताया। बसपा सुप्रीमो पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए नसीमुद्दीन ने फोन की कई रिकॉर्डिंग सुनाई और आरोप लगाया कि मायावती उनसे वसूली करने के लिए कहती थीं।
 
नसीमुद्दीन ने कहा, 2017 के विधानसभा चुनाव के बाद मुझे मायावती ने बुलाया और कहा कि मुसलमानों ने बसपा को वोट क्यों नहीं दिया। मैंने कहा कि कांग्रेस और सपा गठबंधन से मुसलमान भ्रमित हो गए और कांग्रेस-सपा गठबंधन के अलावा बसपा को भी कुछ वोट दिए। इस पर मायावती मुझसे सहमत नहीं थीं और मुसलमानों को ‘गद्दार’ कहा और मौलानाओं को अपशब्द कहें। 
 
नसीमुद्दीन ने आरोप लगाया कि मायावती ने कहा कि इन चुनावों में पार्टी को पिछडों और सवर्णों के अलावा अनुसूचित जाति के पासी, धोबी, सोनकर, वाल्मीकि और कोरी समाज ने वोट नहीं दिया। उन्होंने कहा कि मायावती ने एक बैठक में पार्टी संस्थापक कांशीराम को भी नीचा दिखाया और जब मैंने इसका विरोध किया तो मेरे खिलाफ कार्रवाई की धमकी दी। 
 
नसीमुद्दीन ने मिश्रा पर आरोप लगाया कि बसपा पर पूरी तरह से मिश्रा एंड कंपनी का कब्जा है। मायावती को मिश्रा एंड कंपनी ब्लैकमेल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मिश्रा 2003 से पार्टी में है जबकि मैं पिछले 34 साल से, कांशीराम के समय से पार्टी में हूं। उन्होंने कहा कि मिश्रा ने मेरे उपर आरोप लगाया कि मेरे पास अवैध बूचड़खाने हैं, लेकिन मेरे पास वैध-अवैध किसी भी तरह का कोई बूचड़खाना नहीं है।

मेरे और मेरे बेटे पर जो भी आरोप लगाए गए हैं, निराधार हैं। नसीमुद्दीन ने आरोप लगाया कि मायावती के कई गिरोह हैं। उनमें से एक आपराधिक गिरोह है जो मीडिया और विरोधी नेताओं पर हमले करने का काम करता है। मुझे डर है कि मायावती का गिरोह मेरे और मेरे परिवार एवं रिश्तेदारों पर हमले करवा सकता है। मेरे और मेरे परिवार की जान को खतरा है।
 
उन्होंने कहा कि दलित समाज के लोगों को चाहिए कि वे बाबा साहेब अंबेडकर और कांशीराम के सपने को साकार करने के लिए एकजुट हों। उन्होंने फिलहाल नयी पार्टी बनाने से इंकार किया। नसीमुद्दीन ने मायावती से बातचीत के कई आडियो टेप भी जारी किये और बसपा सुप्रीमो के कथित भ्रष्टाचार का दावा किया। (भाषा)

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