राजधानी के नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर कल रात दुर्घटना का कारण फुटओवर ब्रिज की प्लेटफॉर्म नंबर 14 एवं 15 को उतरने वाली सीढ़ी पर एक यात्री का असावधानी वश फिसलना और उसके पीछे कई यात्रियों का चपेट में आना था। उत्तर रेलवे के मुख्य प्रवक्ता ने सुबह यहां यह जानकारी दी और यह भी कहा कि कल रात भगदड़ की घटना के प्रभावित लोगों के लिए रेलवे द्वारा मुआवजा राशि वितरित की जा रही है। दिल्ली पुलिस ने भी इस मामले पर अपना बयान जारी किया है।
क्या कहा दिल्ली पुलिस ने : दिल्ली पुलिस ने अपने बयान में कहा कि प्रयागराज" नाम से दो ट्रेनें थीं। प्रयागराज एक्सप्रेस और प्रयागराज स्पेशल। दिल्ली पुलिस ने बताया कि प्रयागराज स्पेशल ट्रेन के प्लेटफॉर्म नंबर-16 पर पहुंचने की घोषणा से भ्रम की स्थिति पैदा हो गई, क्योंकि प्रयागराज एक्सप्रेस पहले से ही 14 नंबर पर खड़ी थी। जो लोग प्लेटफॉर्म 14 पर अपनी ट्रेन के लिए नहीं पहुंच सके उन्हें लगा कि उनकी ट्रेन 16 नंबर पर आ रही है जिससे भगदड़ मच गई। हालांकि दोनों अलग-अलग ट्रेनें थीं।
प्रवक्ता के अनुसार मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपए का मुआवजा दिया जा रहा है जबकि गंभीर रूप से घायल लोगों को ढाई-ढाई लाख रूपये और मामूली रूप से घायल लोगों को एक-एक लाख का मुआवजा दिया जा रहा है।
दुर्घटना की वजह के बारे में पूछे जाने पर प्रवक्ता ने कहा कि जिस समय एक दुखद घटना घटित हुई उस समय नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर पटना की ओर जाने वाली मगध एक्सप्रेस और प्लेटफॉर्म नंबर 15 पर जम्मू की तरफ जाने वाली उत्तर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस ट्रेन खड़ी थी। इस दौरान फुटओवर ब्रिज से 14 नंबर और 15 नंबर प्लेटफॉर्म की तरफ आने वाली सीढ़ियों पर एक यात्री के फिसल कर गिरने से उनके पीछे के कई यात्री इसकी चपेट में आ गए और यह दुखद घटना घटित हुई। इस हादसे की उच्च स्तरीय कमेटी द्वारा जांच की जा रही है।
हालांकि रेलवे के प्रवक्ता ने हताहतों की संख्या के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। इस बारे में आग्रह पूर्वक पूछने पर कहा कि पूरी घटना की आधिकारिक एवं विस्तृत जानकारी साझा की जाएगी।
रात में मीडिया रिपोर्टों में इस दुर्घटना में लोगों की मौत होने की बात कही गई जिनकी संख्या अलग अलग बताई गई थी। लेकिन कोई आधिकारिक आंकड़ा नहीं बताया गया। अपुष्ट रिपोर्टों में मृतकों की संख्या 18 तक बताई गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं अन्य नेताओं ने दुर्घटना पर गहरा दुख और हताहतों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। श्री मोदी ने एक्स पर अपनी पोस्ट में लिखा, “नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ से परेशान। मेरी संवेदनाएं उन सभी के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायलों का शीघ्र स्वस्थ होना चाहिए। अधिकारी उन सभी लोगों की सहायता कर रहे हैं जो इस भगदड़ से प्रभावित हुए हैं।”
कल रात बताया गया था कि शनिवार रात करीब दस बजे प्लेटफॉर्म नंबर 13, 14 एवं 15 पर कुंभ जाने के लिए बड़ी संख्या में आए यात्रियों में किसी वजह से भगदड़ मच गई जिसमें अनेक यात्री घायल हो गए थे। दिल्ली पुलिस ने घायलों की संख्या 10 बताई थी।
दिल्ली पुलिस के अनुसार जब हर घंटे रेलवे द्वारा 1500 सामान्य टिकट बेचे गए थे। यही कारण है कि भीड़ बेकाबू हो गई। प्लेटफार्म नंबर 14 के अलावा प्लेटफॉर्म नंबर 16 के पास एस्केलेटर के पास भी भगदड़ होने की सूचना मिली थी लेकिन उसकी पुष्टि नहीं हो पाई। सूत्रों के अनुसार घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे सुरक्षा बल और दिल्ली पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया।
रात में रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सतीश कुमार रेलवे सुरक्षा बल के महानिदेशक के साथ स्टेशन पर घटनास्थल का दौरा किया। बाद में रेलवे की ओर से बताया गया कि अचानक यात्रियों की संख्या बढ़ने को देखते हुए रेलवे ने प्रयागराज महाकुंभ के लिए चार विशेष गाड़ी चलाने की घोषणा की गई है। इससे भीड़ में कमी आई है और स्थिति नियंत्रण में आ गई है।
क्या एस्केलेटर बना जानलेवा बिंदु : सूत्रों ने बताया कि स्थिति तब और खराब हो गई जब आखिरी समय में प्लेटफॉर्म बदलने की घोषणा की गई। उन्होंने बताया कि यात्री घबराहट में प्लेटफॉर्म संख्या 16 की ओर भागे, जहां एक एस्केलेटर जानलेवा बिंदु बन गया। सुरक्षाकर्मियों ने हस्तक्षेप करने की कोशिश की लेकिन भीड़ इतनी अधिक थी कि उसे काबू नहीं किया जा सका। सूत्रों ने बताया कि कुछ यात्रियों ने भागने के लिए रेलिंग पर चढ़ने की कोशिश की, जबकि कुछ अन्य लोग पैरों तले कुचले गए।
बिखरा सामान दे रहा है हादसे की गवाही : नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार को मची भगदड़ के बाद रेलवे कर्मचारियों ने स्टेशन पर यहां-वहां बिखरे पड़े उस सामान और अवशेषों को रात भर हटाया जो कुछ ही घंटे पहले हुई दर्दनाक घटना के गवाह थे। प्लेटफॉर्म संख्या 14 और 15 पर जूते, फटे बैग, बिखरे कपड़े और खाद्य सामग्रियों के पैकेट बिखरे पड़े थे। व्यस्त स्टेशन पर सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए कर्मचारियों को रविवार की सुबह तक मलबा हटाते और निजी सामान इकट्ठा करते देखा गया लेकिन इस त्रासदी ने ऐसे निशान छोड़े हैं जिन्हें इतनी आसानी से मिटाया नहीं जा सकता।
क्या कहा रेलवे कर्मचारी ने : इस संबंध में एक रेलवे कर्मचारी ने कहा कि हर जगह सामान बिखरा पड़ा था--चप्पल, आधा खाया हुआ खाना और यहां तक कि एक बच्चे का स्कूल बैग भी था। लोगों को अपना सामान उठाने का समय नहीं मिला। वे बस अपनी जान बचाने के लिए भागे। प्लेटफॉर्म पर बिखरे पड़े निजी सामान के भयावह दृश्य खोई हुई जिंदगियों की दर्दनाक याद दिलाते हैं। भोर होते ही रेलवे कर्मचारियों ने सफाई का काम शुरू कर दिया। इनपुट एजेंसियां Edited by : Sudhir Sharma