इन राज्यों को होगा फायदा : यह वर्ल्ड क्लास एक्सप्रेस-वे दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र से होकर गुजरेगा एवं इन राज्यों के बीच की कनेक्टिविटी को मजबूत करेगा। एक्सप्रेस-वे पर 40 से ज्यादा प्रमुख इंटरचेंजेस होंगे, जो कोटा, इंदौर, जयपुर, भोपाल, वडोदरा और सूरत से कनेक्टिविटी को साबित करेंगे।The #Delhi_Mumbai_Expressway Construction has to be consumed 25,000 lakh tons of Bitumen while 4000+ trained civil engineers will be employed during work. #BuildingTheNation #PragatiKaHighway #GatiShakti pic.twitter.com/u3lgGj0e5z
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) February 11, 2023
वन्य जीवों का खास ख्याल : वन्य जीवन के संरक्षण के लिए एक्सप्रेस-वे को विशेष रूप से इंजीनियर किया गया है। राजस्थान के रणथम्भौर वाइल्डलाइफ सेंचुरी के पास एनिमल 3 अंडरपास और 5 ओवरपास का निर्माण किया गया है। वन्य जीवों को हानि न पहुंचे, इसके लिए मुकुंद्रा सेंचुरी में 8 टनल एवं मेथरन ईको-सेंसिटिव जोन का निर्माण किया गया है।For the construction of #Delhi_Mumbai_Expressway around 12 lakh tons of steel are to be consumed which is equivalent to 50 Howrah Bridges. The project is going to generate 10 Cr man-days of employment.#BuildingTheNation #PragatiKaHighway #GatiShakti pic.twitter.com/QM7sZFAMOA
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) February 10, 2023
We must do good for wildlife preservation. For the shielding of Wildlife Habitats, we are constructing overpasses, underpasses, and boundary walls on the #Delhi_Mumbai_Expresssway.#BuildingTheNation #PragatiKaHighway #GatiShakti pic.twitter.com/Qa8WIUW9Rv
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) February 10, 2023