सोनवणे ने अपने आवेदन में लिखा कि मैं बहुत ही गरीब हूं और नगर परिषद में सफाई कामगार के पद पर कार्यरत हूं। उसका कहना है कि जब एक बड़े उद्योगपति का कर्ज माफ किया जा सकता है तो मुझे गरीब का भी डेढ़ लाख रुपए का कर्ज माफ किया जाए। उसने आवेदन में अपने बैंक खाते का भी उल्लेख किया।