नोटबंदी से बाहर आया तहखानों में बंद पैसा : भाजपा

Webdunia
शनिवार, 7 जनवरी 2017 (18:29 IST)
नई दिल्ली। भाजपा ने कहा है कि कालेधन की समानांतर अर्थव्यवस्था को खत्म करने के लिए नोटबंदी जरूरी थी और इससे सरकारी अर्थव्यवस्था के बाहर तहखानों में बंद पैसा बैंकों में आया है जिससे अर्थिक विकास की गति तेज होगी । भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दूसरे दिन यहां पारित आर्थिक प्रस्ताव में कहा गया है कि नोटबंदी के ' पवित्र अभियान ' में देश की जनता ने कष्ट सहकर भी पूरे उत्साह से सरकार का साथ दिया और विपक्षी दलों के नकारात्मक प्रचार को नाकाम कर दिया।
अर्थव्यवस्था को डिजिटल बनाने के सरकार के फैसले की सराहना करते हुए पार्टी ने कहा है कि इससे ईमानदार मध्यमवर्गीय करदाता, छोटे व्यापारियों, छोटे कामगारों और छोटे पेशेवर लोगों को ताकत मिली है जो अब तक कालाबाजारी के आगे मूकदर्शक बने हुए थे।
 
प्रस्ताव में कहा गया है कि नोटबंदी के बाद बैंकों के पास ऋण देने के लिए पहले से ज़्यादा पैसे आ गए हैं और ब्याज दरें नीचे गिर रही हैं। अब अनौपचारिक और औपचारिक दोनों अर्थव्यवस्थाएं ठीक तरीक़े से आपस में जुड़ जाएंगी जिससे राज्यों और केंद्र को अधिक आय होगी और हम एक साफ़-सुथरी तथा बढ़ी हुईं जीडीपी की ओर बढ़ेंगे। सरकार का यह फैसला देश में वस्तु एवं सेवाकर कानून (जीएसटी) के भविष्य में सफल क्रियान्वयन तथा कालेधन की समानान्तर अर्थव्यवस्था को समाप्त करने के लिए जरूरी था।
  
भाजपा का यह स्पष्ट मत है कि डिजिटल अर्थव्यवस्था के माध्यम से जहां एक ओर देश में करों की चोरी को रोका जाएगी, वहीं औद्योगिक विवाद अधिनियम, न्यूनतम वेतन अधिनियम, बोनस भुगतान अधिनियम, कारखाना अधिनियम, संविदा मजदूर अधिनियम तथा इस प्रकार के अन्य कानूनों को गरीबों के हित में लागू किया जा सकेगा।  
 
प्रस्ताव में कहा गया है कि इस पवित्र अभियान में एक ओर देश की आम जनता जहां उत्साह के साथ देश को लंबे कष्ट से मुक्ति दिलाने के लिए थोड़ी तकलीफ सहकर भी पुनर्निर्माण के संकल्प के लिए खड़ी थी, वहीं कई विपक्षी दलों ने नकारात्मक प्रचार से माहौल को ख़राब करने की कोशिश की जिसे जनता ने पूरी तरह से नकार दिया। दिग्भ्रमित विपक्ष ने संसद को नहीं चलने नहीं देकर जहां लोकतंत्र की मर्यादा को तोड़ा है. वहीं मुद्दों से भटकाने की भी पूरी कोशिश की लेकिन उनकी सब कोशिश नाकाम हुई है।
 
भाजपा का कहना था कि नोटबंदी का कदम पूरी तैयारी के साथ उठाया गया। सरकार बनने के तुरंत बाद प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी के नेतृत्व में कैबिनेट ने पहला निर्णय जहां कालेधन के खिलाफ एसआईटी के गठन का लिया, वहीं स्वैच्छिक आयकर योजना, जनधन योजना, कालाधन कानून, डीआरटी संशोधन कानून, बेनामी सम्पति जैसे कानूनों को पारित करके कालेधन के खिलाफ इस लड़ाई को लड़ने के लिए क़ानूनी प्रावधानों को सुसंगत बनाने के लिए कदम उठाए। 
 
प्रस्ताव के अनुसार देश में कैशलेस अर्थव्यवस्था के लिए पर्याप्त ढांचा मौजूद है। सरकार ने कैशलेस लेन-देन के लिए यूपीआई, यूएसएसडी, एईपीएस और रूपे-कार्ड के प्रयोग को बढ़ाना स्वागतयोग्य है। सरकार का यह कदम भ्रष्टाचार मुक्त भारत की ओर ले जाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
 
इससे मनरेगा, निर्धन छात्रों को छात्रवृत्ति, वंचित वर्गों को सब्सिडी, अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति और पिछड़े वर्ग के कल्याण की योजनाओं में बिचौलियों की भूमिका समाप्त हो गई है। प्रधानमंत्री ने इस नववर्ष के प्रारंभ में सर्वसमाज के लिए जो भीम ऐप देश को समर्पित किया है, वह बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर द्वारा निर्मित भारतीय संविधान के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय के संकल्पों को पूरा करने में सार्थक सिद्ध होगा।
 
प्रधानमंत्री की 31 दिसंबर की घोषणा से किसान, छोटे व्यापारी, वरिष्ट नागरिक, व्यापारी, महिलाओं और युवाओं को एक नया विश्वास मिला है। प्रधानमंत्री ने इन वर्गों के लिए कई कल्याणकारी योजनाओं की घोषणा की। प्रस्ताव के अनुसार राजनीतिक दलों के चुनाव खर्च के बारे में प्रधानमंत्री का आह्वान परिवर्तनकारी है। भ्रष्टाचार और कालेधन से राजनैतिक दलों की मुक्ति भविष्य के भारत के निर्माण के लिए आवश्यक है। कार्यकारिणी ने प्रधानमंत्री के इस वक्तव्य का स्वागत किया कि लोकसभा और विधानसभा के चुनाव साथ-साथ कराने के लिए देश में एक राजनीतिक आम राय का माहौल तैयार किया जाए।
 
यह वर्ष 2017 पार्टी के विचार प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी का जन्मशताब्दी वर्ष है और एकात्ममानववाद की विचारधारा के अनुरूप गरीबों के हितकारी एवं समतामूलक समाज के लिए सरकार के इस निर्णय का पार्टी स्वागत करती है। 
 
पार्टी का कहना था कि सरकार के इस कदम से हम उस आधुनिक भारत को बनाने में सफल होंगे जहां आधुनिक तकनीक, पारदर्शी शासन, सर्वजन हित, समरस समाज और सम्यक आजीविका के बेहतर तालमेल से 'सबका साथ सबका विकास' के लक्ष्य को हासिल किया जा सकेगा। रिश्तेदारों के लिए टिकट नहीं मांगे। उचित व्यक्ति को ही टिकट दिया जाएगा। चुनाव में टिकट बंटवारे पर कहा। भाई-भतीजावाद पर प्रहार। सभी के मिलकर चुनाव कार्यक्रम को पूरा करेंगे। भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी का आखिरी दिन। (वार्ता) 
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