नई दिल्ली। राजस्थान सरकार में सत्ता के लिए जारी रस्साकशी के बीच पार्टी के नेता सचिन पायलट के करीबी सूत्रों ने रविवार को कहा कि अपनी ही सरकार को अस्थिर करने की कथित कोशिश की जांच में पूछताछ के लिए पेश होने का उप मुख्यमंत्री को पत्र भेजे जाने से सारी हदें पार हो गई हैं। इससे, पायलट समर्थक विधायकों का मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के तहत काम करना मुश्किल हो गया।
गहलोत का भी बयान दर्ज करने के लिए राजस्थान पुलिस द्वारा उन्हें नोटिस जारी किए जाने के बारे में सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री को नोटिस सिर्फ एक छलावा है, ताकि उप मुख्यमंत्री को एसओजी द्वारा तलब और अपमानित किया जा सके। गहलोत के पास गृह विभाग का भी प्रभार है।