इस बैठक को इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है कि क्योंकि कश्मीर में हालात अभी पूरी तरह सामान्य नहीं हुए हैं। जम्मू-कश्मीर को विशेषाधिकार देने वाले अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद डोभाल जम्मू-कश्मीर खासकर घाटी की स्थिति पर पैनी नजर बनाए हुए थे। वे वहां रहकर लोगों से मिल रहे थे और उनकी समस्याओं को भी समझ रहे थे। डोभाल शुक्रवार को ही दिल्ली लौटे हैं।
कहीं-कहीं स्कूल खुले : इस बीच, घाटी में स्कूल तो खुले हैं लेकिन छुटपुट प्रदर्शनों के मद्देनजर लोगों ने अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजा। अत: बच्चों की उपस्थिति काफी कम रही।
जानकारी के मुताबिक श्रीनगर जिले में कुछ स्कूल खुले रहे, लेकिन पिछले 2 दिन में हुई छिटपुट हिंसा के कारण पुराने शहर और सिविल लाइंस क्षेत्रों में स्कूल नहीं खुले। हालांकि सोमवार से प्राथमिक स्तर तक के स्कूल खोलने और सभी सरकारी कार्यालयों में काम शुरू करने की योजना बनाई थी।